CBSE ने बोर्ड परीक्षा से पहले बदला अहम नियम, अब 10वीं-12वीं में नहीं मिलेगा डिवीजन
नईदिल्ली। सीबीएसई ने 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षा से पहले बड़ा बदलाव किया है। इस बार से विद्यार्थियों को कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षाओं में कोई डिवीजन या डिस्टिंक्शन नहीं मिलेगी। साथ ही ओवरऑल डिवीजन या एग्रीग्रेट मार्क्स न देने का भी फैसला लिया है।
सीबीएसई एग्जाम कंट्रोलर संयम भारद्वाज ने ये जानकारी दी। उनका कहना है कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई ने निर्णाय लिया है कि अब 10 और 12 की बोर्ड परीक्षाओं में कोई डिवीजन या डिस्टिंक्शन नहीं दिया जायेगा। इसेक साथ ही कोई ओवरऑल डिवीजन, डिस्टिंक्शन या मार्क्स को एग्रीगेट यानी सभी विषयों में प्राप्त कुल मार्क्स का योग नहीं दिया जाएगा।
मेरिट लिस्ट भी नहीं -
उनका कहना है कि बोर्ड अंकों के प्रतिशत की गणना, घोषणा या सूचना नहीं देता है। यदि किसी उच्च शिक्षा या रोजगार के लिए अंकों का प्रतिशत आवश्यक है, तो इंस्टीट्यूट या नौकरी देने वाला खुद मार्क्स की गणना कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि इससे पहले सीबीएसई ने मेरिट लिस्ट जारी करने की प्रथा को भी खत्म कर दिया है। बोर्ड ने मार्क्स को ज्यादा को लेकर मची होड़ और अनहेल्दी कॉम्पिटिशन से बचने के लिए ये फैसला लिया है।
कब होंगी बोर्ड परीक्षाएं -
सीबीएसई द्वारा जारी एक नोटिस के अनुसार, 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षाएं शैक्षणिक वर्ष 2023-२४ के लिए 15 फरवरी 2024 से आयोजित की जाएंगी जोकि 5 अप्रैल 2024 तक खत्म होने की उम्मीद है।