Fahadh Faasil: मुझे ऐसी बीमारी है जिसके बारें में सोचता हूं तो रोना आ जाता है, 'पुष्पा' के फहाद फाजिल का खुलासा
फहाद फाजिल की फिल्म 'आवेशम' 15 अगस्त को रिलीज हो रही है। 17 दिसंबर को रिलीज हुई पुष्पा ने काफी फिल्मों के रिकार्ड को एक साथ तोड़ दिया था। फहाद फाजिल 'पुष्पा 2' में अल्लू अर्जुन के सामने विलेन बनकर खड़े होने वाले हैं।
Fahadh Faasil: मलयालम फिल्मों के सुपरस्टार फहाद फाजिल इन दिनों मीडिया की सुर्खियों में हैं, वे सुर्खियों में इस लिए भी कि उन्होंने अपनी बीमारी के बारे में खुलासा किया है। फहाद फाजिल इन दिनों अपनी फिल्म 'आवेशम' की सक्सेस का जश्न मना रहे हैं पर उन्हें बस एक ही बात का डर है कि उनके शरीर के अंदर एक अनवांटेड मेहमान आकर बैठ गया, हालांकि ये मेहमान काफ़ी सालों से है, पर फहाद फाजिल को 41 की उम्र में आकर अब लगा पता है।
फहाद फाजिल की फिल्म 'आवेशम' 15 अगस्त को रिलीज हो रही है। 17 दिसंबर को रिलीज हुई पुष्पा ने काफी फिल्मों के रिकार्ड को एक साथ तोड़ दिया था। फहाद फाजिल 'पुष्पा 2' में अल्लू अर्जुन के सामने विलेन बनकर खड़े होने वाले हैं। 'आवेशम' में फहाद के एक्शन अवतार की खूब तारीफ हो रही है। फिल्म में वह एक लोकल गुंडे की भूमिका में हैं।
फिल्म 'आवेशम' फहाद के एक्शन अवतार की खूब तारीफ हो रही है। फिल्म में वह एक लोकल गुंडे की भूमिका में हैं, इस फिल्म से जुड़े के हालिया इवेंट में फहाद फाजिल ने खुलासा किया है कि वह ADHD यानी अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर से पीड़ित रहे हैं।
वहीं उन्होंने कहा कि ADHD यानी अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर नाम की बीमारी काफ़ी सालों से है, पर उन्हें 41 की उम्र में आकर पता लगा है और वे जब इस बीमारी के बारे में सोचते हैं तो उनके शरीर में सिहरन हो उठती है। कई बार डॉक्टरों से इस बीमारी के बार सलाह भी ली है पर इसका कोई निष्कर्ष नहीं निकला, अगर इस बीमारी का बचपन में पता चल जाए तो बेहतर और इसका इलाज संभव है।
कैसी बीमारी है ADHD
बता दें कि अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (ADHD) एक न्यूरोडेवलपमेंटल डिसऑर्डर है, जो आमतौर पर बच्चों में देखा जाता है। कुछ मामलों में यह वयस्क होने पर भी बना रहता है। इसे सरल तरीके से समझे तो इस डिसऑर्डर से पीड़ित होने पर मन अति सक्रिय हो जाता है। यानी हायपर एक्टिव, ऐसे में आप किसी भी एक काम या क्रिया पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते हैं। इसमें मन आसानी से विचलित हो जाता है। ADHD के लिए आमतौर पर बिहेवियर थेरेपी का इस्तेमाल होता है। इसके अलावा डॉक्टर दवाओं और एजुकेशन के जरिए भी इसका इलाज करते हैं।