Adipurush : फिल्म में टपोरी जैसे डायलॉग, मूल कहानी से छेड़छाड़, लोगों ने कहा - धार्मिक भावनाओं पर कुठाराघात
फिल्म में हनुमान और रावण का किरदार किसी मुस्लिम फिल्म के कैरेक्टर जैसा दिखाया गया है।
मुंबई/वेबडेस्क। तेलुगु सुपरस्टार प्रभास की फिल्म ‘आदिपुरुष’ शुक्रवार को बड़े पर्दे पर रिलीज हो गई। इस फिल्म का दर्शक काफी समय से बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। फिल्म की कहानी रामायण पर आधारित है। इस फिल्म में भगवान श्रीराम की कहानी दिखाई गई।इस फिल्म को निर्देशक ओम रावत ने डायरेक्ट किया है। फिल्म के रिलीज होते ही इस पर लोगों के मिले-जुले रिव्यू आ रहे हैं। किसी को प्रभास की एक्टिंग बहुत अच्छी लग रही है तो किसी को सैफ अली खान की एक्टिंग खराब लगी तो किसी को लक्ष्मण और हनुमान के मेकअप ने निराश किया। सबसे ज्यादा आलोचना फिल्म के वीएफएक्स और डायलॉग की हो रही है।
फिल्म देखकर निकले दर्शकों का कहना है की हम फिल्म नहीं बल्कि बड़े पर्दे पर रामायण देखने की इच्छा से आए थे लेकिन नाही वह कोई फिल्म निकली और नाही रामायण। ऐसे में कह सकते है की ना भक्ति ही हुई और नाही मनोरंजन।सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है कि फिल्म में असल रामायण की कहानी से अलग मनगढ़ंत तरीके से भगवान श्रीराम और सीता की कहानी दिखाई गई है, जोकि बहुत ही उबाऊ लगती है। आपको रामानंद सागर की 'रामायण' से बिल्कुल अलग राम और सीता की कहानी दिखेगी। प्रभास श्रीराम कम और बाहुबली ज्यादा लग रहे हैं।घटनाएं सारी वही हैं, मगर ओम राउत ने इसे अपने अंदाज में पेश किया है। फिर चाहे वो सूर्पनखा का नाक कटने वाला दृश्य हो या फिर सीता हरण वाला।
हनुमान और रावण का मुस्लिम लुक -
फिल्म में हनुमान और रावण का किरदार किसी मुस्लिम फिल्म के कैरेक्टर जैसा दिखाया गया है। इसके अलावा रोमांटिक सॉन्ग पर भगवान राम और सीता के बीच का रोमांस को हजम कर पाना बेहद मुश्किल है। वह भी जब छोटा भाई अपनी पत्नी को छोड़ बड़े भाई और भाबी की सेवा और रक्षा में तत्पर रहता है। ऐसे में मर्यादा पुरुषोत्तम राम जैसा भाई ऐसा करेगा ये फिल्म के निर्देशक को सोचना चाहिए था।
घटिया डायलॉग-
इसके अलावा फिल्म में अनावश्यक ढंग के स्पेशल इफेक्ट्स डाले गए है। जिसके कारण फिल्म रामायण नहीं बल्कि कार्टून गेम नजर आ रही है। सबसे ज्यादा निराश इस फिल्म के घटिया डायलॉग्स ने किया है। रामायण पर बनी फिल्म से लोग यही उम्मीद कर रहे थे कि इसमें शालीन भाषा का प्रयोग किया होगा, लेकिन इस फिल्म में ‘जो हमारी बहनों को हाथ लगाएंगे, उनकी लंका लगा देंगे…’, ‘कपड़ा तेरे बाप का, आग तेरे बाप की, तेल तेरे बाप का, जलेगी भी तेरे बाप की…’, 'तेरी बुआ का बगीचा है क्या जो हवा खाने आ गया...' - इस तरह के डायलॉग हैं, जो लोगों के गले नहीं उतर रहे हैं. ऐसी भाषा को सुन लोगों ने सोशल मीडिया पर फिल्म को ट्रोल करना शुरू कर दिया है। फैंस का कहना है कि हनुमान जी और लक्ष्मण जी जैसे महान किरदारों को गली के आवारा लड़कों जैसे डायलॉग दिए गए है। जोकि हिंदूओं की धार्मिक भावनाओं पर कुठाराघात है।
पैसे और समय की बर्बादी -
फिल्म देखकर समझ आता है की टीजर के मचे बवाल के बाद भी डायरेक्टर ओम राउत ने फिल्म में कुछ ख़ास बदलाव नहीं किए है। टीजर में दिखे सारे ग्राफिक्स, सारे स्पेशल इफेक्ट्स और सारे किरदार हू ब हू यहां उपस्थित हैं। इसीलिए विवाद छिड़ा हुआ है। वही कुछ फैंस ने कहा कि इस फिल्म को देखना आना पैसा और समय दोनों बर्बाद करने जैसा है।