अब कनिका कपूर को देना होगा इन सवालों का जवाब, पढे पूरी खबर

- कोरोना से ठीक होने वाली कनिका कपूर से 20 अप्रैल के बाद होगी पूछताछ

Update: 2020-04-09 08:06 GMT

नई दिल्ली। कोरोनावायरस महामारी से सफलतापूर्वक ठीक होने के बाद कनिका कपूर को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, लेकिन चिकित्सकों ने अभी उन्हें 14 दिन होम क्वारंटाइन में रहने की सलाह दी है और एक बार इस अवधि के खत्म होते ही उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा उनसे पूछताछ की जाएगी।

कनिका के खिलाफ पिछले महीने 9 मार्च को लंदन से लौटने के बाद अपनी यात्रा का विवरण छिपाने और भव्य पार्टियों में भाग लेने के चलते मामला दर्ज किया गया था। उन पर आईपीसी की धारा 269 (उपेक्षापूर्ण कार्य, जिससे किसी जानलेवा बीमारी के फैलने की संभावना हो) और धारा 270 (परिद्वेषपूर्ण कार्य, जिससे जीवन के लिए किसी संकटपूर्ण संक्रामक के होने की संभावना हो) के तहत मामला दर्ज किया गया था।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुलिस सवालों की एक सूची बना रही है, जिनकी जरूरत उस वक्त पड़ सकती है, जब गायिका से सवाल पूछे जाएंगे। 20 अप्रैल के बाद ही उनसे पूछताछ की जाएगी, जब वह अपने क्वारंटाइन की अवधि को समाप्त कर लेंगी।

सवाल 9 मार्च को उनकी वापसी से संबंधित होंगे यानि कि क्या मुंबई हवाई अड्डे पर उनकी मेडिकल स्क्रीनिंग हुई थी, क्या उन्हें कोरोनावायरस महामारी के बारे में पता था, क्या उनकी तरफ से इसके लिए कोई सावधानी बरती गई थी, बुखार होने के बाद भी वह पार्टी में क्यों शामिल हुईं इत्यादि।

भारत में कोरोनावायरस से संक्रमित मामलों की संख्या बढ़कर 5,734 हो गई है, जबकि देश में महामारी के चलते कुल 166 लोगों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बात की जानकारी दी। मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के हिसाब से वर्तमान में कोविड-19 संक्रमण से कुल 5०95 लोग संक्रमित है, जबकि उपचार के बाद पूर्ण रूप से स्वस्थ हुए 472 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।

वर्तमान में कुल 1,135 सक्रिय मामलों के साथ महाराष्ट्र की स्थिति सबसे अधिक खराब है। यहां 117 मरीजों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, जबकि महामारी से अब तक के सबसे अधिक प्रभावित राज्य में 72 लोगों की मौत हो गई। तमिलनाडु इस सूची में दूसरे स्थान पर है। राज्य में कुल 738 लोग संक्रमित हैं। 21 लोग स्वस्थ हो गए हैं, जबकि सूबे में आठ लोगों की मौत हो चुकी है। गुजरात में संक्रमित मामलों की संख्या कम है लेकिन मौत के आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो महराष्ट्र के बाद सबसे अधिक मौतें 16 यहीं हुईं हैं।

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