नेपोटिज्म हर जगह, लेकिन इंडस्ट्री में रहने के लिए जरूरी है टैलेंट : विक्रांत मैसी
नई दिल्ली। बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद फिल्म इंडस्ट्री में नेपोटिज्म के मुद्दे को और हवा मिल गई है। इस बीच कंगना रनौत और सैफ अली खान ने इस विषय पर खुलकर अपनी बात रखी। अब फिल्म लुटेरा और वेब सीरीज मिर्जापुर में काम कर चुके विक्रांत मैसी ने नेपोटिज्म को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
एक इंटरव्यू के दौरान विक्रांत मैसी ने कहा, 'टीवी में काम करने के दौरान मैंने इस चीज को देखा है। बहुत सारे लोगों ने मुझे इसके बारे में जागरूक किया था। मुझे पता था कि फिल्म में खुद को फिर से स्थापित करने में मुझे 10 से 11 साल लगेंगे। मैं इसे करने के लिए तैयार था क्योंकि मुझे पता है कि मेरे पास कुछ है, जो अनोखा है। अब लोग पहचानने लगे है।' विक्रांत ने नेपोटिज्म को लेकर कहा कि नेपोटिज्म हर जगह है लेकिन आखिर में खुद को यहां बनाए रखने के लिए टैलेंट भी होना जरूरी है। इसके बिना आप सर्वाइव नहीं कर सकते हैं।'
बता दें कि विक्रांत मैसी ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत टीवी सीरियल 'धरम वीर' से की थी। साल 2013 में विक्रांत को फिल्म 'लूटेरा' में काम करने का मौका मिला। इसमें उनकी एक्टिंग को बहुत पसंद किया गया। इसके बाद उन्होंने 'दिल धड़कने दो', 'हाफ गर्लफ्रेंड', 'लिप्सटिक अंडर माई बुरका' और 'छपाक' जैस फिल्मों में काम किया।