दो पक्षों का विवाद सुलझाने पहुंची पुलिस पर बोला हमला, वाहन में की तोडफ़ोड़, पथराव भी किया
दो पक्षों का विवाद सुलझाने पहुंची पुलिस पर बोला हमला, वाहन में की तोडफ़ोड़, पथराव भी किया
गुना। दो पक्षों का आपसी विवाद सुलझाने पहुँची पुलिस पर हमले का समाचार है। इस दौरान न सिर्फ पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की गई, बल्कि वाहन में तोडफ़ोड़ करने के साथ ही पथराव भी किया गया। घटना जिले के आरोन थानातंर्गत मूंडराखुर्द में घटित हुई है। जिसमें १० से अधिक पुलिसकर्मियों के घायल हुए है।इनमें तीन महिला पुलिसकर्मी भी शामिल है।
सुपारी खिलाने को लेकर हुआ विवाद
बताया जाता है आरोन से महज तीन किलोमीटर दूर स्थित मूडराखुर्द गांव में एक किराने की दुकान पर दो लोगों के बीच सुपारी खिलाने को लेकर बहस हुई। यह बहस इतनी बढ़ी की उसने विवाद का रुप ले लिया। दोनों लोग अहिरवार और रघुवंशी समाज के बताए जाते है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दोनों में मौके पर ही जमकर मुँहवाद हुआ। जो हाथापाई तक भी पहुंच गया। इसी बीच एक पक्ष ने फोन कर पुलिस कर दिया। बताया जाता है कि इस दौरान एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष के परिजनों के साथ मारपीट कर दी। जिससे स्थिति बिगड़ गई। तब तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची थी।
आमने-सामने हुए दोनों समाज के लोग
विवाद की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मामले में समझाईश देने के प्रयास किए जाने लगे। इस बीच दोनों समाज के लोग रात में फिर आमने-सामने हो गए। इस दौरान मारपीट के साथ ही पत्थरबाजी भी की। इस दौरान जब पुलिस ने बीच-बचाव करते हुए दोनों समाज के लोगों को समझाने की कोशिश की तो उन्होने पुलिस पर भी हमला बोल दिया। इस दौरान पुिलसकर्मियों के साथ मारपीट करते हुए पुलिस वाहन में भी तोडफ़ोड़ की गई। इस घटना से गांव में दहशत की स्थिति निर्मित हो गई। बाद में सूचना मिलने पर पर्याप्त पुलिस बल मौके पर पहुंचा और स्थिति को नियंत्रण में लिया। हमले में प्रधान आरक्षक दुर्गा प्रसाद, आरक्षक प्रदीप रघुवंशी, आरक्षक सुनील रघुवंशी, आरक्षक राममोहन दुबे, महिला आरक्षक क्रांति रघुवंशी, आरक्षक जितेन्द्र पाल, आरक्षक मनमोहन लोधी, आरक्षक डिंगलेश आरक्षक रंजीत, एफआरबी चालक मलखान आदि शामिल है। घटना को लेकर रात भर तो गांव में दहशत बनी ही रही, साथ ही शनिवार को भी दोपहर में तनाव पसरा रहा। इस मामले में आरोन थाने में तीन अलग-अलग मामले दर्ज किए गए है, वहीं घायल पुलिसकर्मियों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
विभिन्न धाराओं में दर्ज हुए मामले
घटना को लेकर शनिवार को पुलिस अधिकारी मौके पर पहुँचे और बयान दर्ज किए। इस मामले में आरोन थाने में तीन अलग-अलग मामले दर्ज हुए है। पहले मामले में पुलिस कर्मी वीरेन्द्र रघुवंशी ने शिकायत दर्ज कराई। जिस पर शांतिलाल, रामसिंह, राजाराम,कृष्ण बाई, रंजीता, सूरज बाई व अन्य 20 पर धारा- 353, 332, 323, 294, 186, 147, 148, 149 पर प्रकरण दर्ज किया गया। इसके साथ ही दोनों पक्षों के फरियादी की शिकायत पर दोनों पक्षों के आरोपियों पर भी प्रकरण कायम किया गया है। जिसमें वीरेन्द्र रघुवंशी की शिकायत पर साजू बाई अहिरवार, रामसिंह अहिरवार, राजाराम, कृष्णबाई, राजमीता बाई, शांतिलाल आदि पर धारा 452, 294, 323, 147, 148 पर मामला दर्ज किया गया है, वहीं राजाराम अहिरवार की शिकायत पर वीरेन्द्र सिंह, राम मोहन, राम मोहन का लड़ा, अविनाश आदि पर धारा 323, 294, 506 व एससी एसटी एक्ट में कायमी की गई है।