भोपाल/ गुना। पिछले दिनों गुना में पुलिस द्वारा एक दलित परिवार के साथ बर्बरता की गई थी। इस बर्बरता से तंग आकर दलित दंपत्ति ने जहर खाकर खुदकुशी करने का प्रयास किया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने इस घटना की जानकारी मिलते ही तुरंत गुना कलेक्टर और एसपी को हटा दिया था। वही गृह मंत्री ने भी अपने बयान में कहा था की ये मध्यप्रदेश है, यहाँ कानून तोड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। इस घटना के बाद से सरकार को घेर रही कांग्रेस पार्टी ने एक समिति गठित कर अपने स्तर पर घटना की जाँच करने का निर्णय लिया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व सीएम कमलनाथ ने कांग्रेस कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की एक समिति गठित कर पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जांच कर प्रतिवेदन प्रदेश कांग्रेस को प्रस्तुत करने के निर्देश समिति को दिये है। कांग्रेस द्वारा गठित इस समिति में पूर्व मंत्री बाला बच्चन, प्रदेश कांगे्रस के कार्यवाहक अध्यक्ष रामनिवास रावत, सुरेन्द्र चैधरी, पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह, पूर्व विधायक फूलसिंह बरैया, विधायक हीरा अलावा एवं पूर्व महापौर एवं प्रवक्ता विभा पटेल को शामिल किया गया है।
प्रदेश कांग्रेस के संगठन प्रभारी उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर ने समिति के सभी सदस्यों को 17 जुलाई, 2020 को दोपहर में घटना स्थल पर पहुंचकर समूचे प्रकरण के तथ्यों की जानकारी एकत्र कर रिपोर्ट माननीय अध्यक्ष महोदय को सौपने के संबंध में एक पत्र भी जारी किया है।
प्रदेश कांगे्रस के महामंत्री प्रशासन प्रभारी राजीव सिंह ने बताया कि समिति के सभी सदस्य दोपहर एक बजे पत्रकार काॅलोनी स्थित जिला कांग्रेस कमेटी गुना में एकत्रित होंगे और वहां से स्थानीय कांग्रेस नेताओं के साथ घटना स्थल पहुंचेंगे। घटना स्थल पर वस्तुस्थिति जानने के बाद प्रतिनिधि मंडल दलित पीड़ित परिवार से मुलाकात करने जायेगा। गौडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं 24 विधानसभा उपचुनाव के प्रदेश प्रभारी बलवीर सिंह तोमर भी कल गुना पहुंचेंगे।