संपत्ति को लेकर परिवार में लंबे समय सेे चल रहा था विवाद, पेट्रोल छिड़ककर लगाई गई आग
शहर की साईं सिटी कॉलोनी में एक परिवार में सामने आई आगजनी की घटना से फैली सनसनी
गुना/निज प्रतिनिधि। शहर के सकतपुर मार्ग स्थित साईं सिटी कॉलोनी में एक परिवार में सामने आई आगजनी की ह्दयविदारक घटना में प्रथम दृष्टया विवाद पारिवारिक सामने आ रहा है। विवाद संपत्ति को लेकर था, जिसका बंटवारा नहीं हो पा रहा था। आसपड़ोस के लोगों की माने तो यह विवाद लंबे समय से चल रहा था और समय-समय पर झगड़े, मारपीट की घटनाएं देखने को मिलती रहीं है, किन्तु पारिवारिक विवाद इतना बड़ा रुप ले लेगा, इसकी आशंका किसी को नहीं थी। इसके साथ ही आगजनी की घटना को पेट्रोल छिडक़कर अंजाम दिया जाना बताया जा रहा है, जिसका आरोप सास ने छोटी बहु पर लगाया है। पु्िलस ने बहु पर धारा 307 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
पड़ोसियों ने समझा पहले की तरह झगड़ा हो रहा है
घटना मंगलवार दोपहर की है। साईं सिटी कॉलोनी निवासी नारायण सिंह कुशवाह के घर से जोर-जोर से बोलने की आवाजें आ रहीं थीं। पड़ोसियों ने यह आवाजें सुनीं तो उन्हे लगा कि पहले की तरह झगड़ा हो रहा है, जो थोड़ी देर में अपने आप शांत हो जाएगा, किन्तु ऐसा नहीं हुआ, रहवासियों के मुताबिक कुछ देर तो जोर-जोर से बोलने की आवाजें आती रही, जो बाद में चीखने-चिल्लाने में बदल गईं। अनहोनी का आशंका से वह मौके पर पहुँचे तो परिवार के सदस्य आग में जल रहे थे। घटना की सूचना उन्होने तुरंत पुलिस और दमकल की दी, साथ ही आग बुझाने के प्रयास शुरु कर दिए। चूंकि आग ने घर को अपनी चपेट में नहीं लिया था, इसलिए जल्द ही इस पर काबू पा लिया गया। इसके बाद सभी झुलसे लोगों को जिला अस्पताल भेजने की व्यवस्था की गई। इनमें नारायण सिंह कुशवाह, सिंघार बाई, सोनू कुशवाह, आशा कुशवाह, सरस कुशवाह, खुशी व नैन्सी शामिल हैं।
दोनों भाईयों में चल रहा था संपत्ति को लेकर विवाद
बताया जाता है कि नारायण कुशवाह के दो पुत्र है दिनेश कुशवाह और उनसे छोटा सोनू कुशवाह। जिनमें संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा है। बताते है कि इसी विवाद के चलते सोनू की पत्नी रचना पिछले कुछ समय से अपने मायके में रह गई थी, जो मंगलवार को ही वापस लौटी थी। दिनेश कुशवाह का कहना है कि रचना ने घर आते ही विवाद शुरु किया । रचना का पति सोनू घर में ही साईकल पंचर सुधारने की दुकान चलाता है और खुला पेट्रोल भी बेचता है, यहीं से पेट्रोल लेकर रचना ने सभी को आग लगा दी, यहीं कारण रहा कि रचना खुद आग की चपेट में नहीं आई। हालांकि घटना के समय दिनेश घर पर नहीं होना बताए गए है। इसी तरह की बात रचना की सास ने पुलिस को दिए अपने बयान में कही है। जिस पर पुलिस ने रचना के खिलाफ धारा 307 के तहत मामला दर्ज किया है। घटना को आंगन में अंजाम दिया गया है।
युवाओं ने दिखाया साहस, पड़ोसियों ने भी की मदद
आगजनी की घटना के दौरान जहां क्षेत्र के युवाओं ने साहस दिखाया तो अन्य पड़ोसी भी मदद को आगे आए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर पड़ोसी तुरंत मौके पर जमा हो गए थे। इसी बची दो युवा सोनू लोधा और अजय ओझा ने साहस दिखाया और उन्होने आग की लपटों के बीच से दो बच्चों को उठा लिया। युवा दोनों बच्चों को लेकर छत की तरफ दौड़ पड़े, वहीं इसी बीच पड़ोसी अन्य सदस्यों की आग बुझाने के लिए मशक्ककत करते रहे।
पीड़ितों को 15 हजार मदद की घोषणा
घटना में झुलसे पीडि़तों को 15 हजार की मदद की घोषणा की गई है। श्रम मंत्री महैन्द्र सिंह सिसौदिया ने जिला अस्पताल पहुँचकर रेडक्रास की ओर से पीडि़तों को 10-10 हजार रुपए की सहायता उपलब्ध कराए जाने की घोषणा की। इसके साथ ही क्षेत्रीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की ओर से भी पीडि़तों को 5-5 हजार की सहायता देने की बात कही गई है।
कॉलोनी में हड़कंप, अस्पताल में अफरा-तफरी
घटना से जहां साईं सिटी कॉलोनी में हडक़ंप मच गया तो जिला अस्पताल में भी अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही। कॉलोनी में घटना सामने आते ही मौके पर बड़ी संख्या में लोगों का हुजूम जमा हो गया था। सूचना मिलने पर भारी पुलिस बल मौके पर पहुँच गया था, थोड़ी ही देर में एसपी राहुल कुमार लोढ़ा भी मौके पर पहुँचे और घटनास्थल का जायजा लेने के साथ पड़ोसियों से चर्चा की। इसके बाद दुकान को सील कर दिया गया। दूसरी ओर झुलसे लोगों के जिला अस्पताल पहुँचने पर यहां भी बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए थे। इसके साथ ही प्रदेश के श्रम मंत्री महैन्द्र सिंह सिसौदिया, गुना विधायक गोपीलाल जाटव, नपाध्यक्ष राजेन्द्र सलूजा, प्रदेश कांग्रेस महासचिव योगेन्द्र लुम्बा सहित अन्य राजनेता भी अस्पताल पहुँचे। गुना विधायक श्री जाटव ने कलेक्टर भास्कार लाक्षाकार से फोन पर चर्चा कर उपचार की समुचित व्यवस्था कराने को कहा तो श्रम मंत्री ने भी आवश्यक निर्देश दिए। पहले दो बच्चों के भोपाल भेजा जा रहा था, बाद में श्रम मंत्री के कहने पर ही सभी को उच्च उपचार के लिए भोपाल रैफर किया गया।