Ayodhya Lok Sabha : राम मंदिर भी बनवा दिया, फिर भी नहीं लहर पाया फै़ज़ाबाद में भगवा, मोदी मैजिक ना चलने का बड़ा कारण आया सामने
इन सभी के इतर कई सवाल लोगों के मन में उठते हैं कि आख़िर ऐसा क्यों हुआ कि फैजाबाद में लोगों को बीजेपी पसंद नहीं आई?
Ayodhya Lok Sabha: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों ने राजनीतिक ज्ञाताओं के दिमाग की नस को इधर से उधर कर दी है। लोगों को इस बात का अनुमान ही नहीं था उत्तर प्रदेश में जहां बीजेपी को जीत की पूरी उम्मीद थी उस जगह बीजेपी को सीटें गवानी पड़ेंगी।
22 जनवरी का दिन देश में हर्षोल्लास का माहौल, कारण सिर्फ एक की भगवान राम को उनका घर मिल गया,पीएम मोदी के कई सालों के अधूरे सपनों को अयोध्या में राम मंदिर के प्राण- प्रतिष्ठा कर पूरा किया पर उसी जगह पर जहां भगवान राम के मंदिर की प्रतिष्ठा करी थी उसी फैजाबाद लोकसभा सीट से वहां के मतदाताओं के पहली पसंद बीजेपी नहीं बल्कि समाजवादी पार्टी बनकर उभरी है। इसके साथ ही समाजवादी पार्टी पूरे देश में 37 सीटों के साथ तीसरी बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।
इन सभी के इतर कई सवाल लोगों के मन में उठते हैं कि आख़िर ऐसा क्यों हुआ कि फैजाबाद में लोगों को बीजेपी पसंद नहीं आई? राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद ऐसा लगने लगा था कि बीजेपी उत्तर प्रदेश में क्लीन स्वीप करेगी, पर जनता के मन में व्यवधान थे। उत्तर प्रदेश में बीजेपी की स्थिति खराब हुई है और अयोध्या की जनता ने बीजेपी को राम राम कर दिया।
बता दें कि फैजाबाद लोकसभा सीट में अयोध्या भी आती है और यहां से बीजेपी ने लल्लू सिंह को अपना उम्मीदवार बनाकर चुनावी मैंदान में उतारा था और समाजवादी पार्टी की तरफ़ से अवधेश प्रसाद को उतारा था, अवधेश प्रसाद ने बीजेपी उम्मीदवार लल्लू सिंह को 54567 वोटों से हराया है। फैजाबाद लोकसभा सीट पर सपा के अवधेश प्रसाद को ५५वप4289 वोट मिले तो वहीं बीजेपी के लल्लू सिंह को 499722 वोट हासिल किए। इसके साथ ही बसपा के सचिदानंद को इस सीट पर 46407 वोट मिले हैं।