Trump Tariff Policy: ट्रंप की टैरिफ मिसाइल की चपेट में आए सील, पेंगुइन और पक्षी, अपने फैसले से अमेरिकी राष्ट्रपति ने सबको चौंकाया

ट्रंप की टैरिफ मिसाइल की चपेट में आए सील, पेंगुइन और पक्षी
Trump Tariff Policy : भारत में एक डायलॉग बड़ा फेमस है - "वो स्त्री है कुछ भी कर सकती है।" अगर अमेरिकी इस समय इस डायलॉग का उपयोग करें तो वे कहेंगे "ट्रम्प है कुछ भी हो सकता है।" टैरिफ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पसंदीदा शब्दों में से एक है। उन्होंने हाल ही में कई देशों पर टैरिफ की मिसाइल छोड़ी है। ट्रंप की इस टैरिफ की चपेट में सील, पेंगुइन और पक्षी भी आ गए हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले कब, कैसे और कहां लागू होंगे, कोई नहीं जानता। 2 अप्रैल को अमेरिका के लिए मुक्ति दिवस बताते हुए उन्होंने तमाम देशों पर 10% से 49% तक के टैरिफ लगा दिए। भारत पर उन्होंने मेहेरबानी करते हुए 26 प्रतिशत टैरिफ ही लगाया है लेकिन खबर यह नहीं है।
खबर है कि, ट्रंप के टैरिफ से निर्जन द्वीप भी नहीं बचे हैं। AFP की रिपोर्ट के मुताबिक, ऑस्ट्रेलियाई क्षेत्र हर्ड और मैकडॉनल्ड द्वीप पर भी ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ लागू होंगे। ये वो स्थान है जहां केवल सील, पेंगुइन और पक्षी रहते हैं। ट्रंप ने वहां के सभी निर्यातों पर भी 10% टैरिफ लगाया गया है। सवाल यह है कि, क्या अमेरिकी राष्ट्रपति सील, पेंगुइन और पक्षी से टैरिफ वसूल पाएंगे क्योंकि वहां एक भी इंसान नहीं रहता।
ऑस्ट्रेलियाई क्षेत्र हर्ड और मैकडॉनल्ड द्वीप अंटार्कटिका के पास बंजर, निर्जन ज्वालामुखी द्वीपों का एक समूह, जो ग्लेशियरों से ढका हुआ है। यह पेंगुइन का घर है। हर्ड आइलैंड और मैकडॉनल्ड आइलैंड्स, जो ऑस्ट्रेलिया का एक बाहरी क्षेत्र बनाते हैं, पृथ्वी पर सबसे दूरस्थ स्थानों में से हैं। ऑस्ट्रेलिया के पश्चिमी तट पर पर्थ से दो सप्ताह की नाव यात्रा के माध्यम से ही वहां पहुंचा जा सकता है। वे पूरी तरह से निर्जन हैं, माना जाता है कि लोगों ने आखिरी बार लगभग 10 साल पहले यहां का दौरा किया था।
बावजूद इसके हर्ड और मैकडॉनल्ड द्वीप व्हाइट हाउस द्वारा जारी की गई "देशों" की उस सूची में शामिल हैं जिन पर नए व्यापार शुल्क लगाए जाएंगे। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री, एंथनी अल्बानीज़ ने गुरुवार को कहा कि, "पृथ्वी पर कहीं भी सुरक्षित नहीं है।"