बीजामंडल विवाद विदिशा: कलेक्टर के पत्र से छिड़ा विवाद, हिंदू मंदिर में ही हिंदुओं को नहीं पूजा का अधिकार, जानिए पूरा मामला...
जिला प्रसाशन का कहना है कि बीजा मंडल पुरातत्व विभाग के अंतर्गत आता है और पुरातत्व विभाग में बीजा मंडल मस्जिद के रूप में दर्ज है।
1600 साल पुराने हिंदू मंदिर में आज हिंदू पूजा से वंचित है, विदिशा का प्राचीन विजय सूर्य मंदिर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अधीन है। भक्त हर साल नागपंचमी पर बीजा मंडल परिसर में जाकर बंद ताले की पूजा करते हैं और अपने आराध्य के दर्शन किए बिना ही वापस आ जाते हैं। मंदिर के गेट पर हमेशा ताला भी लगा रहता है।
इस बार हिंदूवादी संगठनों और स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से ताले को खोलने की अनुमति मांगी तो जिला प्रसाशन को यह भी रास नहीं आया है। भारतीय पुरातत्व विभाग इसे मस्जिद बता रहा है।
जिला प्रसाशन का कहना है कि बीजा मंडल पुरातत्व विभाग के अंतर्गत आता है और पुरातत्व विभाग में बीजा मंडल मस्जिद के रूप में दर्ज है।
क्या है पूरा मामला?
विदिशा के बीजामंडल विवाद का मामला तब सामने आया जब हिंदू संगठनों ने इस विजय सूर्य मंदिर पर नागपंचमी के दिन पूजा की अनुमति कलेक्टर को आवेदन पत्र लिखकर मांगी। अनुमति न मिलने पर विवाद और बढ़ गया। जिला प्रशासन ने ASI के निर्देशानुसार पूजा पर रोक लगा दी कि यह मस्जिद है, जिससे हिंदू संगठन असंतुष्ट हैं।
कलेक्टर के पत्र पर छिड़ा विवाद....
#बीजामंडल विवाद विदिशा: भक्त हर साल नागपंचमी पर बीजा मंडल परिसर में जाकर बंद ताले की पूजा करते हैं और अपने आराध्य के दर्शन किए बिना ही वापस आ जाते हैं। जिला प्रसाशन का कहना है कि बीजामंडल पुरातत्व विभाग के अंतर्गत आता है जिसमें यह मस्जिद के रूप में दर्ज है... pic.twitter.com/TQDmzXRgpI
— Swadesh स्वदेश (@DainikSwadesh) August 9, 2024
क्या कहते हैं इतिहासकार..
इतिहासकार का कहना है कि कहीं न कहीं सरकार और प्रशासन से गलती हुई है, इस सुधारना चाहिए। बीजामंडल हमेशा से मंदिर ही रहा है। इसके आस पास के अवशेष भी यह बताते हैं कि यह कभी मस्जिद नहीं थी।
मुस्लिम समुदाय को मंदिर बोलने में कोई आपत्ति नहीं...
बीजामंडल को लेकर हिंदू-मुस्लिम के बीच कोई विवाद नहीं है। मोहर्रम त्योहार कमेटी अध्यक्ष चौधरी फरहत का कहना है कि पहले बीजामंडल ईदगाह थी, यहां पर नमाज पढ़ी जाती थी। 1965 में विवाद की स्थिति बनने पर सरकार ने इसे अपने अधीन लेकर पुरातत्व विभाग को सौंप दिया था। उसके बाद ईदगाह के लिए अलग जगह दे दी गई थी। तभी से बीजामंडल को लेकर कोई विवाद नहीं है।
बीजामंडल पर पुलिस के 70 जवान तैनात
थाना कोतवाली टीआई मनोज दुबे ने बताया "पुलिस के 70 जवानों को बीजा मंडल पर लगाया गया है." ताकि कोई विवाद न हो।