नई दिल्ली /वेब डेस्क। केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री तथा वैज्ञानिक एवं औद्योगिक परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. हर्ष वर्धन ने आज दूसरे कैंसर जिनोम एटलस 2020 सम्मेलन का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया। इस मौके पर डॉ. हर्ष वर्धन ने जिनोमिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व डेटा विश्लेषण के द्वारा देश में कैंसर के मामलों में कमी लाने के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि हमें भारत में मौजूद हर प्रकार के कैंसर के स्वदेशी, ओपन सोर्स तथा मॉलिक्यूलर प्रोफाइल का व्यापक डेटा बेस तैयार करना होगा। इसके साथ भारतीय कैंसर जिनोमिक एटलस को देश भर के निदानकर्ताओं के लिए उपयोगी बनाने के साथ कैंसर के उपचार को सुलभ बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि भारतीय कैंसर जिनोमिक एटलस बनाना एक चिर-प्रतीक्षित पहल है और यह कैंसर के उपचार में भारत तथा विश्व में मूल्य संवर्धन करेगा।
इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भारत, अमरीका, ब्रिटेन और बांग्लादेश के कैंसर विशेषज्ञ, अनुसंधानकर्ता, वैज्ञानिक और शिक्षाविद शामिल हुए। यह महत्वपूर्ण कैंसर जिनोमिक कार्यक्रम है जिसने 20 हजार से अधिक प्राथमिक कैंसर मॉलिक्यूल का अध्ययन किया है और 33 हजार कैंसर की किस्मों के सामान्य नमूनों का मिलान किया है। भारतीय कैंसर जिनोमिक एटलस की पहल सीएसआईआर के नेतृत्व में भारत के पक्षों के समूह ने की है, जिसके अंतर्गत कई सरकारी एजेंसियां, कैंसर अस्पताल, शैक्षिक संस्थान और निजी क्षेत्र भागीदार हैं।