NEET UG 2024 परीक्षा में गड़बड़ी पर CBI जांच! सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से पूछ लिया सवाल

NEET UG 2024 : सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई कर रही बेंच ने बिहार सरकार को भी जवाब दायर करने के लिए कहा है।

Update: 2024-06-14 08:07 GMT

NEET UG 2024 परीक्षा में गड़बड़ी पर CBI जांच! सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से पूछ लिया सवाल

NEET UG 2024 : नई दिल्ली। NEET UG एग्जाम को लेकर चल रहे विवाद के बीच सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार और NTA से सवाल पूछ लिया है। याचिका के माध्यम से परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक और अन्य अनियमितताओं के आरोपों की सीबीआई जांच की मांग की गई थी। बिहार में पेपर लीक के लिए कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई कर रही बेंच ने बिहार सरकार को भी जवाब दायर करने के लिए कहा है।

हितेन सिंह कश्यप द्वारा दायर जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही न्यायमूर्ति विक्रम नाथ और संदीप मेहता की अवकाश पीठ ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और बिहार सरकार से भी दो सप्ताह के भीतर जवाब मांगा है। इसने कहा कि जनहित याचिका पर अन्य लंबित याचिकाओं के साथ 8 जुलाई को सुनवाई की जाएगी, जब शीर्ष अदालत गर्मी की छुट्टियों के बाद काम करना शुरू करेगी।

बिहार में कुछ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। आरोप है कि, इनके पास नीट परीक्षा का पेपर पहले से ही उपलब्ध था। अब तक NTA ने इसे लेकर कोई बयान नहीं दिया है लेकिन केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने किसी भी तरह की पेपर लीक की बात से इंकार किया था। वहीं बिहार में जिन आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है उनका कहना है कि, उनके पास परीक्षा के पहले ही पेपर उपलब्ध था।

NEET परीक्षा के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पर याचिकाकर्ता नितिन विजय ने कहा, "हमारी दो मुख्य चिंताएँ हैं - पेपर लीक और ग्रेस मार्क्स। अब जब NTA ने स्वीकार कर लिया है कि कुछ छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए गए थे, तो फिर केवल उन्हीं छात्रों को दोबारा परीक्षा का मौका क्यों दिया जा रहा है जिन्होंने हाई कोर्ट में रिट याचिका दायर की है, न कि उन छात्रों को जिन्होंने स्थानीय अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज कराई है? एक गाँव का अभ्यर्थी कोर्ट में याचिका कैसे दायर कर सकता है? NTA को शिकायतों को आमंत्रित करने, उनका सत्यापन करने और फिर दोबारा NEET आयोजित करने के लिए एक विंडो खोलनी चाहिए। धोखाधड़ी और पेपर लीक के कारण रैंक बढ़ गई है। 24 लाख छात्रों का भविष्य दांव पर है। क्या हर अभ्यर्थी को उचित मौका नहीं मिलना चाहिए?"

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