उप्र में कांग्रेस को बड़ा झटका, स्टार प्रचारक आरपीएन सिंह ने छोड़ी पार्टी, भाजपा में हुए शामिल

Update: 2022-01-25 10:00 GMT

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बीच कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुये पूर्व केंद्रीय मंत्री कुंवर रतनजीत प्रताप सिंह (आरपीएन सिंह) मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गये।

भाजपा मुख्यालय में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, दिनेश शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, केंद्रीय मंत्री एवं उत्तर प्रदेश के चुनाव प्रभारी धर्मेन्द्र प्रधान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर की उपस्थिति में आरपीएन सिंह ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की। केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा ने उन्हें अंगवस्त्र, पुष्पगुच्छ और स्वतंत्र देव सिंह ने प्राथमिक सदस्यता की पर्ची देकर उनका स्वागत किया। 

प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने पार्टी में आरपीएन का स्वागत करते हुए कहा कि उनके आने से पूर्वांचल समेत पूरे प्रदेश में भाजपा को मजबूती मिलेगी। इससे पहले आरपीएन सिंह ने भाजपा मुख्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। सिंह ने ट्वीट कर कहा, " यह मेरे लिए एक नई शुरुआत है और मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दूरदर्शी नेतृत्व और मार्गदर्शन में राष्ट्र निर्माण में अपने योगदान के लिए तत्पर हूं।"

कौन हैं आरपीएन सिंह -

रतनजीत प्रताप नारायण सिंह (आरपीएन सिंह) पूर्वांचल के कुशीनगर जनपद स्थित पडरौना के राज परिवार से ताल्लुक रखते हैं। वे सैंथवार बिरादरी से आते हैं। कांग्रेस से उनके परिवार का पुराना नाता रहा है। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी वर्ष 2009 के आम चुनाव में प्रचार अभियान के दौरान उनके महल में ठहरी थीं। इससे समझा जा सकता कि कांग्रेस और गांधी परिवार में आरपीएन सिंह की क्या अहमियत रही है। वे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की टीम के विश्वसनीय सदस्य थे। आरपीएन सिंह के पिता स्व. कुंवर सीपीएन सिंह भी कांग्रेस से जुड़े रहे। वे पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के मंत्रिमंडल में रक्षा राज्यमंत्री थे। 

आरपीएन सिंह का अब तक का राजनीतिक सफर - 

आरपीएन सिंह पडरौना से तीन बार कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुने गये। वह वर्ष 1996, 2002 और 2007 में कांग्रेस से विधायक रहे। वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में वे कुशीनगर सीट से विजयी होकर संसद पहुंचे। 15वीं लोकसभा में उन्होंने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की सरकार में कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों का दायित्व संभाला। वे गृह राज्य मंत्री, राष्ट्रीय राजमार्ग व सड़क परिवहन, पेट्रोलियम राज्य मंत्री रहे। वर्ष 2014 में वे भाजपा के राजेश पांडेय से चुनाव हार गये।आरपीएन सिंह का जन्म 25 अप्रैल 1964 को दिल्ली में हुआ। उनकी पत्नी सोनिया सिंह एनडीटीवी की वरिष्ठ पत्रकार हैं। सिंह की तीन बेटियां भी हैं।

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