ये कैसा आंदोलन : तीन टाइम भोजन के साथ बादाम-काजू, घी से बनी मिल रही सरदाई
नईदिल्ली। कृषि कानूनों के विरोध में 12 दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों ने यहां अपनी सुविधा के कई प्रबंध कर लिए है।यहां कई स्थानों पर लंगर चल रहे है। जिसमें सुबह के समय किसानों को लस्सी, मक्की की रोटी और सरसों का साग दिया जा रहा है। दोपहर के समय आलू-गोभी से लेकर गाजर, मटर तथा कढ़ी-चावल दिए जा रहे हैं। रात्रि में ठंडक को देखते हुए किसानों को मटर-पनीर, छोले व दाल-चावल तथा रोटी दी जा रही हैं।
कोरोना और ठण्ड के बीच आंदोलन कर रहे किसानों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बनाये रखने के लिए विशेष खुराक दी जा रही है।यहां किसान पंजाब का विशेष पेय सरदाई बना रहे हैं। यह पंजाब का विशेष पेय है,जो सर्दियों में ठण्ड से बचने के लिए पिया जाता है। पुराने समय में पेय युद्ध के समय सैनिकों को दिया जाता था। उनमें ताकत बनी रहे और युद्ध ठीक से लड़ सके।इससे शरीर में गर्माहट रहने के साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।इसमें देशी घी से लेकर शहद, छोटी इलायची, केसर, बादाम व काजू, घी, कालीमिर्च मिलाए जाते है।
किसानों का कहना है की ये बेहद शक्तिवर्धक है, इससे शरीर में गर्मी भी बनी रहती है।इससे दिनभर की थकान दूर होती है और किसानों में नई स्फूर्ति भी आती है।हम रात भर ठण्ड में सड़कों पर बैठे है। ऐसे में यह ठिठुरन एवं कोरोना से लड़ाई में बेहद उपयोगी है।