भारतीय जांबाजों ने चीन के हाईटेक कैमरा और सर्विलांस इक्विपमेंट को मात देकर पहाड़ी पर किया कब्जा

Update: 2020-09-01 11:24 GMT

नई दिल्ली। भारतीय सैनिकों ने लद्दाख में पैंगोंग त्सो के दक्षिणी किनारे पर ऊंचाई वाले इलाके को चीनी सैनिकों से पहले अपने कब्जे में लेकर बड़ी कामयाबी हासिल की है। बताया जा रहा है कि भारतीय सैनिकों की फुर्ती के सामने चीन के हाईटेक कैमरा और सर्विलांस इक्विपमेंट बेकार साबित हुए। भारतीय सैनिकों ने ऊंचाई पर पोजिशन ले ली है, जहां से वह इस पूरे इलाके को कंट्रोल कर सकते हैं।

मिली जानकारी के अनुसार, ''चीनी सेना ने भारतीय गतिविधियों पर नजर रखने के लिए पास में ही अडवांस कैमरे और सर्विलांस इक्विपमेंट लगाए थे। लेकिन इसके बावजूद भारतीय सैनिकों ने ऊंचे स्थान को अपने नियंत्रण में ले लिया।'' चीनी सेना ने LAC पर इस तरह के उपकरण लगाए हैं ताकि भारतीय सैनिकों की गतिविधियों पर प्रभावी ढंग से नजर रख सकें और जब भी उनके दावे वाले स्थानों पर भारतीय पेट्रोलिंग दिखे तो तेजी से प्रतिक्रिया दे सकें।

सूत्रों ने बताया कि भारतीय क्षेत्र के इस अहम स्थान पर सैनिकों के पहुंचने के बाद चीन ने कैमरा और सर्विलांस उपकरण हटा लिए हैं। चीन भी दावा करता है कि ऊंचाई वाला इलाका उसका है और इस पर कब्जा जमाना चाहता था ताकि पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे और नजदीक के स्पनगुर गैप, एक खुला इलाका जहां चीनी आर्मर्ड रेजिमेंट तैनात है, पर बढ़त हासिल रख सके।

सूत्रों ने बताया कि भारत ने यहां अच्छी तैयारी कर रखी थी ताकि चीन की अक्रामकता का उचित जवाब दिया जा सके। हुआ भी वही, चीन के मंसूबे को नाकाम करते हुए स्पेशल ऑपरेशन यूनिट और सिख लाइट इन्फ्रेंट्री के सैनिकों ने हाईट को नियंत्रण में ले लिया।

इलाके में पेट्रोलिंग के दौरान माइन विस्फोट में एक भारतीय सैनिक शहीद हो गया है। भारतीय सैनिकों ने आर्मर्ड रेजिमेंट्स की भारी तैनाती कर दी है, जिसमें बीएमपी इन्फेंट्री कॉम्बैट वीइकल्स और अलग-अलग तरीके के टैंक शामिल हैं। कार्रवाई की तैयारी भारतीय सेना ने कर ली है। रसद और उपकरणों की भारी आवाजाही हुई है। भारतीय सेना ने 29-30 अगस्त की मध्यरात्रि को सामरिक ऊंचाई पर कब्जा करने के लिए चीनी मंसूबे को भांप लिया और झड़प के दौरान चीनी सैनिकों को पीछे धकेलते हुए उस जगह को नियंत्रण में ले लिया। 

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