नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) चीफ शरद पवार ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर महाराष्ट्र की राजनीति में चल रही उठापटक के बीच उठ रहे हर सवाल का जवाब दिया है। लकिन एक सवाल के जवाब में पवार ने कहा कि जिसके पास बहुमत होगा वो सरकार बनाएगा। चाहे वो बहुमत उनके पास हो या फिर हमारे पास हो। हालांकि उन्होंने साफ किया कि अजित पवार के फैसले के साथ मैं नहीं हूं अगर होता तो सब को साथ लेकर चलता।
जब शरद पवार से पूछा गया कि सरकार बनाने में देरी क्यों हो रही थी तो उन्होंने कहा कि लगातार तीनों दलों के बीच चर्चा हो रही थी और कॉमन मिनिमम कार्यक्रम पर बात हो रही थी। क्योंकि हम स्थिर सरकार महाराष्ट्र में चाहते थे। जब उनसे पूछा गया कि अजित पवार के नेता मिलने के लिए एनसीपी के नेता क्यों जा रहे हैं और क्या आपकी उनसे कोई बात हुई तो उन्होंने कहा कि कौन जा रहा है और क्या बात हो रही है मुझे नहीं पता मैं किसी और काम में लगा हुआ था।
एनसीपी चीफ से पूछा गया कि अजित पवार ने कहा था कि इतनी बैठकें हो रही थी कि मैं पक गया था? इस पर शरद पवान ने कहा कि ऐसा नहीं होता है कि कोई पक जाए। क्योंकि कोई भी फैसला सबकी सहमति से लिया जाता है। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि अजित पवार पक गए हो। लेकिन यह भी साफ किया कि बीजेपी के साथ सरकार बनाने का निर्णय कोई एक व्यक्ति नहीं ले सकता है यह सबको मिलकर तय करना था।
जब उनसे पूछा गया कि अजित दादा ने ऐसा क्यों किया? तो उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता। एक सवाल के जब में उन्होंने कहा कि मैंने कई चुनाव और गठबंधन देखे हैं। जनता उसके साथ होती है जो सरकार देने में सक्षम हो। उन्होंने कहा कि मैं किसी के ट्वीट नहीं देखता हूं। कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना के सरकार बनाने के सवाल पर शरद पवार ने कहा कि जिसके पास संख्या होगी सरकार वो ही सरकार बनाएगा चाहे वो हमारे पास हो या उनके पास हो।
शरद पवार से पूछा गया कि यह सरकार ईडी की वजह से बनी हो तो उन्होंने कहा कि आपके पास हो सकती है ये खबर हो मेरे पास ऐसी कोई खबर नहीं है। उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि अजित से मेरी कोई बात नहीं हुई। उन्होंने कहा कि गठबंधन में किसानों की कर्ज माफी की बात हो रही थी लेकिन इतना पैसा कहां से आएगा और ये कैसे होगा। इसका ब्लू प्रिंट तैयार करने में देरी हो गई।