रूस के सबसे बड़े नागरिक सम्मान ने नवाजे गए PM मोदी, बताया 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रूस के सबसे बड़े नागरिक सम्मान 'ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल' से नवाजा गया है। इस सम्मान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान बताया।
Order of St Andrew the Apostle to PM Modi: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो दिनों की रूस की यात्रा आज खत्म हो गई है जिसके साथ आज से भारत वापस लौटेंगे। भारत और रूस के मध्य कहीं मुद्दों पर वार्ता की गई तो वहीं पर दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रूस के सबसे बड़े नागरिक सम्मान 'ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल' से नवाजा गया है। इस सम्मान को पाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान बताया तो वही रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने सम्मान को देते हुए बहुत खुशी का पल बताया।
जानिए क्यों मिला पीएम मोदी को यह बड़ा सम्मान
बताते चलें कि, रूस के दो दिवसीय दौरे के दौरान ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू के ग्रांड हॉल में हुए भव्य समारोह के दौरान रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी को इस सम्मान से नवाजा। इसे लेकर पुतिन ने कहा कि, उन्हें ये सम्मान देते हुए बहुत खुशी हो रही है। रूस के इस खास 'ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल' सम्मान की बात की जाए तो, ये सम्मान भारत और रूस की पार्टनरशिप और दोस्ती को और मजबूत करने के उनके प्रयासों के कारण दिया गया है। सेंट एंड्रयू को जीसस का पहला दूत और रूस का संरक्षक संत माना जाता है। उनके सम्मान में ही साल 1698 में इस अवॉर्ड की शुरुआत सार पीटर द ग्रेट ने की थी जिसके बाद से इसे ये सबसे उत्कृष्ट नागरिक या सैन्य योग्यता के लिए दिया जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को समर्पित किया सम्मान
रूस के सर्वोच्च सम्मान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, , 'रूस के सर्वोच्च अवॉर्ड से सम्मानित किए जाने के लिए मैं आपका धन्यवाद करता हूं. ये केवल मेरा ही नहीं बल्कि 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान है, ये भारत और रूस की सदियों पुरानी मित्रता का सम्मान है। पिछले लगभग ढाई दशक से आपके नेतृत्व में भारत और रूस के संबंध हर दिशा में मजबूत हुए हैं और हर बार नई ऊंचाइयों को प्राप्त करते रहे हैं. आपने दोनों देशों के बीच, जिन रणनीतिक संबंधों की नींव रखी थी वो गुजरते समय के साथ और मजबूत हुई है।'
भारत और रूस के बीच चल रहे कुछ मुद्दों और आगे आने वाले कार्यों के लिए दोनों देशों के बीच बातचीत हुई है।