Centers of Excellence: UP में अब बदलेगी यूनिवर्सिटी की दशा, 8 प्रमुख विश्वविद्यालयों में स्थापित होंगे 58 सेंटर ऑफ एक्सीलेंस
Centers of Excellence : लखनऊ। उत्तरप्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार अब यूनिवर्सिटी की हालत और छात्रों के भविष्य को दुरुस्त करने में लग गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा कदम उठाते हुए प्रदेश में 58 सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किए जाने का निर्णय लिया है। उत्तरप्रदेश में इन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना 8 प्रमुख विश्वविद्यालयों में की जाएगी।
उत्तरप्रदेश के 8 प्रमुख विश्वविद्यालयों में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना से सरकार शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देना चाहती है। इसके अलावा वैश्विक मानकों के अनुरूप शिक्षक और छात्र तैयार करने में भी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का अहम रोल होगा। योगी सरकार का उद्देश्य राज्य के विश्वविद्यालयों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाना है। इस लक्ष्य की पूर्ती के लिए सरकार द्वारा इस तरह के कदम उठाए जा रहे हैं।
सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना से शोध, तकनीकी विशेषज्ञता के क्षेत्र में नई संभावनाएं और अवसर मिलेंगे। इसका सबसे अधिक लाभ युवाओं को होगा। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना से छात्रों के शैक्षिक गुणवत्ता में भी सुधार होगा।
4 करोड़ रुपए की धनराशि स्वीकृत :
सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित करने के लिए सरकार ने धनराशि भी स्वीकृत कर दी है। योगी सरकार ने साल 2024-25 के लिए 3 करोड़ 88 लाख 77 हजार 800 रुपए की धनराशि स्वीकृत की है। इस धनराशि को छात्रों और शिक्षकों की ट्रेनिंग - प्रशिक्षण पर खर्च किया जाएगा।
इन यूनिवर्सिटीज में स्थापित होंगे सेंटर ऑफ़ एक्सिलेंस :
बता दें कि, उत्तरप्रदेश के जिन 8 यूनिवर्सिटीज में सेंटर ऑफ़ एक्सिलेंस की स्थापना होने जा रही है उनमें लखनऊ विश्वविद्यालय, वीर बहादुर सिंह पूर्वाचल विश्वविद्यालय जौनपुर, डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या, छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर, ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय लखनऊ, महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी और डॉ. राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय लखनऊ शामिल है।