UP Politics : केशव प्रसाद मौर्य के सवाल का CM योगी ने दिया जवाब, आरक्षण पर खोल के रख दी पोल
UP Politics : आउटसोर्सिंग में सरकार सीधे किसी की हायरिंग नहीं करती। इसके लिए कुछ एजेंसियों से टाइअप किया जाता है।
UP Politics : उत्तरप्रदेश। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने मुख्यमंत्री योगी आदित्याथ के संविदा कर्मचारी भर्ती पर सवाल पूछा था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस सवाल का ऐसा जवाब दिया है कि, आरक्षण के मुद्दे पर सभी का मुंह बंद हो जाएगा। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ओउटसोरर्सिंग और संविदा पर की गई भर्ती की जानकारी मांगते हुए कर्मचारियों की संख्या और इन भर्तियों में आरक्षण लागू होता है या नहीं यह पूछा था।
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने यह चिठ्ठी सीधे तौर पर कार्मिक विभाग को लिखी थी। इस चिट्ठी का जवाब देते हुए सूचना विभाग ने आंकड़े जारी कर दिए हैं। ऐसा नहीं है कि, आरक्षण का मुद्दा उत्तरप्रदेश में नया है। INDIA गठबंधन ने लोकसभा चुनाव में आरक्षण को ही मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ा था। भाजपा के खराब प्रदर्शन के बाद अंतरखानों से भी आरक्षण को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है। केशव प्रसाद मौर्य की यह चिट्ठी भी इसी सुगबुगाहट का परिणाम थी।
सीएम योगी ने क्या दिया जवाब :
केशव प्रसाद मौर्य के सवाल का जवाब सीएम योगी ने सूचना विभाग द्वारा दिया गया है। सूचना विभाग ने जो आंकड़े बताए हैं वो काफी चौंकाने वाले हैं। इसमें बताया गया है कि, आउटसोर्सिंग के जरिए 676 कर्मचारियों को हायर किया गया है। इनमें से 512 रिजर्व केटेगिरी के हैं। इनमें से 340 कर्मचारी ओबीसी हैं। इस तरह ये पूरी नियुक्ति के 50 प्रतिशत से कई अधिक हैं।
बता दें कि, आउटसोर्सिंग में सरकार सीधे किसी की हायरिंग नहीं करती। इसके लिए कुछ एजेंसियों से टाइअप किया जाता है। इसके बाद ये कंपनियां लोगों को हायर करती हैं। आउटसोर्सिंग में आरक्षण के नियम लागू नहीं होते। बावजूद इसके बड़ी संख्या में OBC वर्ग के लोगों को हायर किया गया है।