नई दिल्ली। रक्षा मंत्री ने गालवान घाटी में सैनिकों की शहादत पर दुख जाहिर करते हुए कहा कि हमारे सैनिकों ने अपने कर्तव्य में साहस और वीरता का प्रदर्शन किया और अपने जीवन का बलिदान दिया। राष्ट्र उनकी बहादुरी और बलिदान को कभी नहीं भूलेगा। मेरा दिल सैनिकों के परिवारों के लिए पसीज रहा है। राष्ट्र इस कठिन घड़ी में उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। हमें भारत की वीरता के शौर्य और साहस पर गर्व है। गौरतलब है कि एलएसी पर चीनी और भारतीय सेना के बीच झड़प में 20 सैनिक शहीद हो गए।
15 जून की दरम्यानी रात को एलएसी पर चीन की अप्रत्याशित कार्रवाई हुई। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि16 जून को दोनों ओर से सैनिकों द्वारा कोई गोलीबारी नहीं की गई, दरअसल सैनिकों के बीच पथराव हुआ। डंडों से एक-दूसरे पर हमला किया गया। चीन ने भी मान लिया है कि सोमवार (15 जून) रात वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर लद्दाख की गलवान घाटी में हिंसक झड़प के दौरान उसके भी सैनिक मारे गए हैं। हालांकि उसके कितने सैनिक हताहत हुए हैं, इसकी जानकारी उन्होंने नहीं दी। चीन सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स के हवाले से चीन की सेना (पीएलए) का यह बयान जारी हुआ है।