थानों में हथियार जमा करने वालों की लग रही लंबी कतार, 7 जून है अंतिम तारीख
ग्वालियर, न.सं.। पंचायत और उसके बाद निकाय चुनाव के मद्देनजर इन दिनों थानों में हथियार जमा करने वालों का जमाबड़ा लगा हुआ है। सुबह से ही थानों में बंदूकें लेकर लोग कतार में लग जाते हैं। शहर मेंं हजारों लायसेंसधारी हैं। कुछ लोग गर्मी से बचने के लिए पहचान का लाभ उठाकर पिछले दरवाजे से बंदूक जमा कर रहे हैं।
जिले में अब चुनावी माहौल जोर पकडऩे वाला है। चुनाव से पहले जिलाधीश कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने 7 जून तक लायसेंसधारियों से अपने-अपने हथियार जमा करने के निर्देश दिए हैं। ज्यों ज्यों समय सीमा नजीदीक आ रही है लोग थाने पहुंच रहे हैं। सुबह से ही हथियार जमा करने वालों का जमाबड़ा लग जाता है। सुबह नौ बजे से ही पड़ रही भीषण गर्मी के कारण थानों के बाहर बंदूक लेकर खड़े लोग छांव की तलाश करते नजर आ रहे हैं। शहर के अधिकतर थानों में हवलदार कुर्सी डालकर मुख्य द्वारा ही बैठ गए ताकि थाने के अन्य कार्य प्रभावित न हो सके। थानों में हर दिन सैकड़ों लोग फरियाद लेकर पहुंचते हैं और अब हथियार धारकों की भीड़ ने कर्मचारियों का काम बढ़ा दिया है। रविवार छुट्टी के दिन थानों में सुबह से ही लोग बंदूकें जमा करने पहुंच गए। उनमें से कुछ ऐसे भी हैं जो पुलिस कर्मचारियों से पहचान का फायदा उठाकर हथियार जमा करा रहे हैं।
कुछ थानों में जमा हथियारों की जानकारी
मुरार- 2000/650
गोला का मंदिर-1400/350
विश्वविद्यालय-900/200
तिघरा-450/375
डीलर के यहां भी जमा करते हैं हथियार
कुछ लायसेंसधारी अपने हथियार डीलर के यहां पर भी जमा कर रहे हैं। डीलर के यहां जमा बंदूक की रसीद थाने में जमा करना होती है। बंदूक जमा करने का डीलर शुल्क भी लेता है जबकि थाने में कोई शुल्क नहीं लगता और आचार संहिता समाप्ती के बाद कभी भी हथियार वापसी ले सकते हैं।
कुछ लोगों को मिलती है रियायत
सुरक्षा का हवाला देकर कुछ लोग हथियार अपने पास ही रखते है तो वहीं सुरक्षाकर्मी का कार्य करने वालों को भी हथियार रखने की छूट प्रदान की जाती है।