आखिर ओलंपिक के केसों की सुनवाई कौन करता है, विनेश फोगाट मामले में कब आएगा फैसला
भारतीय पहलवान ने CAS से अपील की थी कि उन्हें सिल्वर मेडल दिया जाए। मामले में सुनवाई पूरी हो चुकी है और बताया जा रहा है कि CAS ओलंपिक खेल खत्म होने से पहले अपना फैसला सुना सकता है।
Paris Olympic 2024: पेरिस में ओलंपिक खेलों का सिलसिला जहां पर जारी है वहीं पर भारतीय रेसलर विनेश फोगाट के फाइनल में पहुंचने के बाद भी खेल नहीं होने और वजन बढ़ने पर उन्हें प्रतिस्पर्धा में भाग लेने से मना कर दिया गया था। वहीं पर इस मामले को लेकर भारतीय पहलवान ने CAS से अपील की थी कि उन्हें सिल्वर मेडल दिया जाए। मामले में सुनवाई पूरी हो चुकी है और बताया जा रहा है कि CAS ओलंपिक खेल खत्म होने से पहले अपना फैसला सुना सकता है। चलिए जानते हैं ओलंपिक के मामले में कौन फैसला सुनाते है और कैसी सुनवाई होती हैं।
जानिए कहां दायर करते खिलाड़ी याचिका
आपको बताते चलें कि, ओलंपिक खेलों या किसी खेल के मामलों में किसी भी खेल में जब कोई विवाद होता है और खिलाड़ी सुनाए गए फैसले का विरोध करता है तो ऐसे में वो खिलाड़ी अपनी समस्या कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में अपनी याचिका दायर करता है। भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने अपने मेडल के मामले यहां पर ही याचिका दायर की है।
जानिए कहां स्थित है कोर्ट
आपको बताते चलें कि, इस मामले को लेकर खेल के विवादों को हल करने के लिए साल 1984 में Court of Arbitration for Sport (CAS) का गठन किया गया था। इस कोर्ट का मुख्य दफ्तर स्विट्जरलैंड में है. ये एक स्वतंत्र संस्था है जिसमें खिलाड़ी या कोच अपने किसी भी तरह के विवाद को लेकर पहुंच सकते हैं और यहां उसका निपटान किया जाता है।
हर साल 300 मामले दर्ज होते हैं
आपको बताते चलें कि, सीएएस में 87 देशों के लगभग 300 Arbitrators होते हैं, जो खेल कानून के विशेषज्ञ ज्ञान के लिए चुने गए हैं। सीएएस में हर साल लगभग 300 मामले दर्ज किए जाते हैं।
जानें कौन से जज सुनाएंगे फैसला
आपको बताते चलें कि, विनेश फोगाट के केस की सुनवाई हो चुकी है, एकमात्र मध्यस्थ के रूप में बैठी डॉ. एनाबेले बेनेट एसी एससी (एयूएस) कर रही हैं. उम्मीद जताई जा रही है कि इस केस के परिणाम ओलंपिक खेलों के खत्म होने से पहले ही सामने आ जाएंगे।