भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश में बच्चों के वैक्सीनेशन में सभी प्रांतों से आगे रहने की उपलब्धि पर स्वास्थ्य विभाग सहित सभी सहयोगी विभागों, स्थानीय प्रशासन, जन-प्रतिनिधियों, शिक्षक संगठनों और नागरिकों को बधाई दी है। मंत्रि-परिषद के सदस्यों ने भी मुख्यमंत्री चौहान को इस उपलब्धि के लिए मेज थपथपा कर बधाई दी।
मुख्यमंत्री चौहान मंगलवार को मंत्रालय में मंत्रि-परिषद बैठक प्रारंभ होने के पहले मंत्रियों को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने मंत्रि-परिषद के सदस्यों से अनुरोध किया कि वे अपने प्रभार के जिलों में बच्चों के वैक्सीनेशन कार्य का निरंतर जायजा लें। इस कार्य को गति देने के लिए अपने नेतृत्व में प्रयास करें।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में 15 से 18 वर्ष आयु के बच्चों के वैक्सीनेशन कार्य के पहले दिन ही बड़ी संख्या में वैक्सीनेशन हुआ है। स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग के संयुक्त प्रयासों से निर्मित अनुकूल वातावरण का लाभ मिला है। बच्चों को वैक्सीनेशन से सुरक्षा चक्र उपलब्ध कराया गया है। यह कार्य शीघ्र पूर्ण किया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जिलों में किए गए संवाद, क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप से हुई चर्चा और प्रशासन एवं जनता की भागीदारी से अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। आशा है मध्यप्रदेश सामान्य वैक्सीनेशन के साथ 15 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों के वैक्सीनेशन में भी नंबर एक पर बना रहेगा।
मध्यप्रदेश में बेरोजगारी दर में सबसे कम -
मुख्यमंत्री चौहान ने मंत्रि-परिषद की बैठक के पहले सदस्यों को जानकारी दी कि मध्यप्रदेश उन राज्यों में शामिल है, जहां बेरोजगारी की दर सबसे कम है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि निश्चित ही यह मध्यप्रदेश के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। गत वर्ष अधोसंरचना पर 40 प्रतिशत अधिक राशि खर्च की गई। कोरोना काल में किए गए प्रयास इसलिए महत्व रखते हैं क्योंकि संकट के समय ऐसे प्रयासों की आवश्यकता थी। हमने विपरीत परिस्थितियों में उपलब्धि अर्जित की है। लघु, मध्यम एवं सूक्ष्म उद्योगों के विकास के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
12 जनवरी को रोजगार दिवस -
मुख्यमंत्री चौहान ने सभी मंत्रियों से कहा कि स्वामी विवेकानंद जयंती पर आगामी 12 जनवरी को रोजगार दिवस मनाया जाएगा। एक दिन में तीन लाख लोगों को ऋण स्वीकृति-पत्र प्रदान किए जाएंगे। यह एक बड़ा कदम होगा। यह कार्य प्रतिमाह किया जाएगा। राज्य स्तरीय समिति और जिलों की समितियों से संपर्क कर मध्यप्रदेश को विभिन्न और स्व-रोजगार योजना में अग्रणी बनाने के प्रयास करें। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पीएम और सीएम स्वानिधि सहित अन्य योजनाओं में हमें अग्रणी रहना है। मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना को भी पूरी ताकत के साथ लागू करना है।