मेरे लिए किसानों की सेवा भगवान की पूजा है: बेटे की शादी छोड़ किसान सम्मेलन में पहुंचे शिवराज सिंह, बोले...
जोधपुर। किसान के बेटे और मामा के नाम से पहचान रखने वाले मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह ऐसे ही लोकप्रिय नहीं हैं। वे अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाते हैं। हुआ यूं मंगलवार को शिवराज सिंह अपने बड़े बेटे कार्तिक की बारात लेकर जोधपुर जा रहे थे।
तभी उन्हें कृषि विश्वविद्यालय में किसान मेले के आयोजन की सूचना मिली। वे अपनी बेटे की बारात छोड़कर किसान सम्मेलन में पहुंच गए। इस दौरान केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि, मैं पारिवारिक कार्यक्रम से जोधपुर आया हुआ था, पारिवारिक कार्यक्रम क्या, बेटे की बारात लेकर आया हूं, लेकिन मुझे पता चला कि, यहां किसान मेला लगा हुआ है तो किसान भाई-बहन भी तो मेरा परिवार ही है।
आज आपसे मिलकर बहुत प्रसन्न हूं, लेकिन मैं अतिथि नहीं हूं और मैं किसान भाई-बहनों के लिए मेहमान कैसे हो सकता हूं, मैं भी आपके परिवार का सदस्य हूं और खुद भी किसान हूं। मैं हर महीने अपने खेत पर जाता हूं, खेती करता हूं, कृषि जीवन का आधार है। उन्होंने कहा कि कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान उसकी आत्मा है, उसके प्राण है और किसानों की सेवा मेरे लिए भगवान की पूजा है।