भोपाल/श्याम चोरसिया। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को टीकाकरण महाअभियान का स्वरूप देने के लिए मप्र में युद्ध स्तरीय कवायदे जारी है। प्रदेश 10 लाख से ज्यादा युवाओं को वेक्सीन लगाने की ठान चुका है। इसके लिए हर जिले में जिम्मेदारियां तय करके शहरों से लेकर नगर,कस्बो ओर प्रमुख गांवो में टीका केंद्रों का चयन कर लिया गया है। चुनावी अंदाज में तय समय पर टीकाकरण अमला मय साजो सामान के साथ पहुचाने की जिम्मेदारियां जिला प्रशासन ने तय करके जरूरी दिशा निर्देश दे दिये है। ठोस किलेबंदी। चूक की गुंजाइश नाम मात्र की। सफलता की कुंजी है। स्वास्थ , महिला बाल विकास,शिक्षा,राजस्व विभाग सफलता की ग्यारंटी है। ये अमला जिम्मेदारियां निभाते निभाते काफी दक्ष हो चुका है।
लक्ष्य तीसरी लहर को चित्त करना,पछाड़ना है। टीकाकरण ही।एक मात्र महामृत्युजय मंत्र है। जाप जारी है। ताकि विभीषिका से बचा जा सके।
जागरूकता,सक्रियता से युवाओं में टीकाकरण के लिए गजब का जोश देखा जा सकता है। जोश को बढ़ाने में स्कूल,कालेज खुलने की संभावनाओं का खासा योगदान है। 18 महीनों से कॅरोना प्रोटोकॉल की बंदिशों ने कैद सा कर रखा है। बचपन से लेकर युवा अवस्था के क्रियाकलाप, शिक्षा, दीक्षा, जीवन को स्वर्णेबवाली गतिविधियां कॅरोना की बलि चढ़ गई। लेपटॉप, मोबाइन से आंखे लड़ाते लड़ाते थक से गए। अब मन स्कूल,कालेज जाने को उतावला हो रहा है। स्कूल,कालेज में बिना टीकाकरण के अंदर नही आने देने के अंदेशे ने जोश ओर बढ़ा दिया।