शिकारी आएगा, जाल बिछाएगा, फंसना नहीं है: शिवराज
-कमलनाथ ने विकास की बजाय भ्रष्टाचार की लकीर बड़ी की: सिंधिया
ग्वालियर, विशेष प्रतिनिधि। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 18 सितम्बर को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ग्वालियर आ रहे हैं। वे यहां अपने झूठ का पिटारा खोलेंगे और कई तरह के आरोप भी लगाएंगे। मैं यहां बैठी जनता को समझाना चाहता हूं कि शिकारी आएगा, जाल फैलाएगा, फंसना नहीं। इसके लिए उन्होंने एक बाबा द्वारा कही गई कहानी का जिक्र करते हुए कहा कि बाबा ने कुछ पक्षियों को शिकारी के जाल में न फंसने का मंत्र दिया था लेकिन पक्षियों ने वह मंत्र रट लिया और शिकारी के जाल में फंस गए। किंतु मैं यहां की जनता से यही कहूंगा कि पक्षियों की तरह उस बात को रटे नहीं बल्कि कमलनाथ के फैलाए जाल में न फंसे। श्री चौहान ने यह बात मुरार के रामलीला मैदान में विकास कार्यों के लोकार्पण एवं भूमिपूजन समारोह में शनिवार की शाम कही।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की कर्ताधर्ता सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने विधानसभा चुनाव के पहले दूल्हा किसी और को दिखाया और शादी किसी और की कर दी। मुख्यमंत्री का चेहरा ज्योतिरादित्य सिंधिया को बनाया गया फिर मुख्यमंत्री कमलनाथ को बना दिया गया। इसके बाद यह तो ठहरे परदेशी की तरह वे विकास कार्यों के लिए निकलने की बजाय बल्लभ भवन में बैठकर रह गए। जहां की बड़े उद्योगपति और सेठ आकर बैठते थे। जनप्रतिनिधियों को कोई स्थान नहीं था। किंतु सिंधिया ने शेर की खाल में छिपे भेडि़ए को पहचान लिया और अपमान न सहते हुए उन्हें सड़कों पर ला दिया। अब कमलनाथ ग्वालियर में अपना जलजला दिखाने आ रहे हैं लेकिन यहां तो जनता का जलजला चलता है। यहां तो सिंधिया को भी काले झंडे दिखाने की कोशिश की गई लेकिन इससे उनकी नजर उतर गई। श्री चौहान ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया और मैं मिलकर तीन नहीं बल्कि 111 हैं। हम तीनों कंधे से कंधा मिलाकर प्रदेश के विकास में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे। कमलनाथ ने गरीबों की सारी योजनाएं बंद कर दी। उन्होंने तो गरीबों के कफन के लिए मिलने वाले पांच हजार रुपए भी खा लिए।
शिवराज असंभव को भी संभव कर देते हैं: सिंधिया
राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री की तिजोड़ी की चाबी और हमारे सामने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की तिजोड़ी की चाबी में काफी अंतर है। श्री चौहान के दिल में चाबी है। इसलिए वे मध्यप्रदेश के विकास में चार चांद लगा रहे हैं। ग्वालियर चंबल अंचल का विशेष ख्याल रखते हुए विकास और लोकार्पण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुन्नालाल गोयल ऐसे जननेता हैं जो जनता के लिए मुझसे भी लड़ जाते हैं। जैसे ही गरीबों के झोपड़े उजाड़े जाने लगे तो यह मेरे पास दिल्ली आए और फिर इन्होंने विधानसभा भवन के सामने धरना दिया। इनका धरना घंटे दो घंटे वाला नहीं बल्कि निरंतर चलने वाला धरना होता है। उन्होंने आरोप लगाया कि कमलनाथ ने पंद्रह महीने में प्रगति विकास की लकीर बड़ी करने की बजाय भ्रष्टाचार की लकीर बड़ी की। यही कारण है कि उनके कार्यकाल में एक भी विकास योजना साकार नहीं हो सकी। उन्होंने तो मुझसे भी किसानों के कर्जमाफी का फर्जी सर्टिफिकेट बंटवा दिया। जबकि उनके खातों में पैसा आया ही नहीं है। अब आप ही बताइए प्रदेश में सबसे बड़े गद्दार कमलनाथ और दिग्विजय सिंह हैं या मुन्नालाल गोयल। इन्होंने वचनपत्र को धर्मग्रंथ कहा और फिर वही झूठा निकला। क्योंकि कन्याओं की शादी में पच्चीस हजार की राशि पचास हजार कर दी लेकिन खाते में पैसे ही नहीं पहुंचे। इसी तरह बेरोजगारों को चार हजार का भत्ता नहीं दिया। पूर्व मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि इन्होंने मंत्री रहते हाथ जोड़कर कहा था कि हम अवैध खनन रुकवा पाने में असमर्थ हैं।
मुन्ना को लाने में बड़ी मेहनत लगी
श्री सिंधिया ने अपने भाषण के दौरान पास खड़े पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल का कंधा बार-बार हिलाया और कहा कि यह तो साइकिल पर चल रहे थे। इन्हें अपने साथ लाने में काफी मेहनत करना पड़ी। बाद में मुख्यमंत्री ने भी अपने भाषण में मुन्ना का कंधा हिलाया और बोले कि मैं इन्हें ज्यादा नहीं हिलाऊंगा, क्योंकि महाराज काफी जोर से हिला चुके हैं।
जिला अस्पताल के लिए बोरा का हुआ था विरोध: तोमर
केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि कांग्रेस के पचास साल के शासनकाल में कोई विकास कार्य नहीं हुआ। जहां तक कि तत्कालीन मुख्यमंत्री मोतीलाल बोरा इसी मेला मैदान पर सभा लेने आए थे और उसने मुरार अस्पताल को जिला अस्पताल बनाने की मांग को लेकर बाजार बंद रहे थे। बाद में शिवराज सिंह चौहान की सरकार आने पर इस अस्पताल को जिला अस्पताल बनाया गया। उन्होंने कहा कि राजमाता विजयाराजे ने ग्वालियर की जीवाजी विवि की स्थापना के लिए गंगाजली ट्रस्ट से 25 लाख रुपए दिए थे। इसके बाद कांग्रेस ग्वालियर में कोई विवि नहीं खोल सकी। बाद में हमारी सरकार ने राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विवि और राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विवि की स्थापना की। विकास की इस दौड़ में पांच ओवरब्रिज शिवराज सरकार ने ही दिए।
528 पट्टों का किया वितरण
इस मौके पर अतिथियों ने सिरोल, डोंगरपुर सहित अन्य क्षेत्र के 528 परिवारों को जमीन के लिए पट्टे वितरित किए। अभी 267 लोगों को पट्टे वितरित करना शेष है। इस अवसर पर पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल ने कहा कि कांग्रेस ने अहंकार में वचनपत्र नहीं निभाया और गरीबों के हितों पर कुठाराघात किया तो मुझे विधानसभा भवन के बाहर धरना देना पड़ा। अब मुरार नदी का विकास, सीवर संयत्र, सड़कों जाल से तीन महीने के भीतर ही करोड़ों के विकास कार्य हुए हैं। इससे हमने जो इस्तीफे का निर्णय लिया वह सही था।