विमानतल पर एक जैसे नजर आए यात्री और स्टाफ, सभी के चेहरे ढंके थे
जगह-जगह यात्रियों के साथ ही सामान भी सेनेटाइज हुआ
ग्वालियर,न.सं.। लॉकडाउन में बीते सोमवार से घरेलू उड़ानें शुरू हो गईं। विमानतल पर यात्रियों के माथे पर उत्साह और घबराहट की लकीरें साफ दिख रही थीं। किसी के चेहरे के भाव नहीं दिखे, क्योंकि सभी यात्रियों के चेहरे ढंके हुए थे। ज्यादातर पीपीई किट भी पहने हुए थे। इससे यह पहचान में नहीं आ रहे थे कि कौन यात्री है और कौन एयरपोर्ट स्टाफ या क्रू मेंबर है। शनिवार को बैंगलुरु से 70 यात्री ग्वालियर पहुंचे। जबकि ग्वालियर से मात्र सात यात्रियों ने बैंगलुरु के लिए उड़ान भरी। यहां प्रवेश द्वारा पर थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही यात्रियों को प्रवेश दिया गया।
जबकि कुछ यात्री तो पीपीई किट पहनकर विमानतल पहुंचे। यात्रियों को विमान में फेस शील्ड दी गई। ग्वालियर से 78 सीटर विमान में सिर्फ सात यात्री बैंगलुरु के लिए रवाना हुए। प्रबंधन ने बताया कि अभी ग्वालियर से हैदराबाद, जम्मू, दिल्ली और कोलकाता की उड़ान शुरू नहीं हो पाई है। बताया जा रहा है कि 31 मई के बाद से उड़ान शुरू हो सकती है। बैंगलुरु से दोपहर 3 बजकर 10 मिनट पर ग्वालियर पहुंचे एयरपोर्ट यात्रियों ने कहा फ्लाइट्स फिर शुरू हुई है अच्छा लग रहा है, लेकिन थोड़ा डर भी है। उन्होंने कहा यात्रा नियमों का पालन होना चाहिए और सावधानी जरूरी है, सभी यात्रियों ने सावधानी बरती भी है।
विमानतल के बाहर नहीं दिखी गाडिय़ों की भीड़-
आम दिनों में जहां विमानतल के बाहर गाडिय़ों की लंबी-लंबी कतारें नजर आती थीं। वहीं सुबह 3 बजे के आसपास आज सिर्फ तीन से चार गाडिय़ां नजर आईं। हर गाड़ी ने तकरीबन 5-7 मीटर की दूरी अपने आप बनाई हुई थी। हर गाड़ी वाला बारी-बारी से विमानतल के मुख्य द्वार पर यात्रियों को छोड़कर आगे की ओर बढ़ जा रहा था।