ग्वालियर। अठारहवीं लोकसभा चुनाव के लिए राजनीतिक सरगर्मियां धीरे - धीरे जोर पकड़ती जा रही हैं। भाजपा -कांग्रेस चुनावी मोड में आ गए हैं। भाजपा जहां ग्वालियर-चंबल संभाग की चारों सीटों पर एक बार फिर क्लीन स्वीप के लिए बिसात बिछा रही है तो कांग्रेस भी कड़े मुकाबले के लिए जमीन तैयार करने में लगी है। लोकसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग अपनी तैयारियां कर रहा है। फरवरी में मतदाता सूचियों का प्रकाशन किया जाएगा। राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि फरवरी के अंत अथवा मार्च के प्रथम सप्ताह में चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के साथ ही आचार संहिता लागू हो जाएगी। मप्र में विधानसभा चुनाव नवंबर में कराए गए। इस चुनाव में भाजपा ने अलग रणनीति अख्तियार कर कांग्रेस को बैकफुट पर ढकेल दिया था। चुनाव परिणाम जब आए तो कांग्रेस जहां हतप्रभ थी तो भाजपा नेतृत्व भी अपेक्षा से कहीं अधिक बहुमत मिलने से गदगद था। प्रदेश में पांचवी बार निरंतर सरकार बनाने के साथ ही भाजपा लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई और अपनी रणनीति बनाने में लग गई। वहीं कांग्रेस भी हार से कार्यकर्ताओं में आई हताशा दूर करने में लग गई तो संगठन में फेरबदल कर संगठन को भी मजबूत करने की दिशा में पहल की है।
अंचल में क्लीन स्वीप की तैयारी में भाजपा
ग्वालियर-चंबल संभाग में लोकसभा की 4 सीटें ग्वालियर, भिण्ड-दतिया, श्योपुर-मुरैना और गुना-शिवपुरी हैं। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने चारों सीटों पर परचम फहराया था। अब अप्रैल- मई में संभावित लोकसभा चुनाव में फिर क्लीन स्वीप के लिए भाजपा अपनी रणनीति के अनुसार बिसात बिछा रही है। भाजपा को भरोसा है कि अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा से देश में उपजी राम लहर एवं मोदी गांरटी की लोकप्रियता का भाजपा को भरपूर लाभ मिलेगा और वह अंचल की चारों सीटों पर फिर परचम फहराएगी। भाजपा ने प्रदेश की 29 लोकसभा सीटों को 7 कलस्टर में बांटकर उनके प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं। ग्वालियर- चंबल संभाग की चारों सीटों के लिए प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा को प्रभारी बनाया है। श्री मिश्रा अपने नए दायित्व के साथ सक्रिय हो गए हैं। रविवार को श्री मिश्रा ने गुना पहुंचकर प्रमुख पार्टीजनों की बैठक ली और उनका मन टटोला। श्री मिश्रा के साथ भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन हितानंद शर्मा, संभागीय प्रभारी विजय दुबे भी थे। भाजपा विकसित भारत संकल्प यात्रा के माध्यम से जहां शहरी क्षेत्र में जनता से सीधे संवाद कर रही है तो फरवरी में गांव चलो अभियान में गांव - गांव दस्तक देने वाली है। वहीं भाजपा प्रदेश विधानसभा के चुनाव में मिले मतों का प्रतिशत बढाक़र 60 फीसदी करने के लिए बूथस्तर पर भी तैयारी में है। प्रदेश सरकार के मंत्रियों को भी जिम्मेदारी दी जा रही है। वहीं जिन विधानसभा क्षेत्रों में पराजय मिली।उनके लिए भी अलग से रणनीति बनाकर इन पर फोकस किया जा रहा है। भाजपा ने इसके साथ ही अपने बड़े नेताओं के भी दौरे कराने जा रही है। ग्वालियर -चंबल संभाग में केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। वह अंचल में आभार सभाओं के से माध्यम अंचल की एक दर्जन से अधिक विधानसभा क्षेत्रों में दस्तक दे चुके हैं। श्री सिंधिया गुना, मुंगावली, चंदेरी, पिछोर, शिवपुरी, कोलारस, करैरा, भितरवार, सेवढा़, लहार , ग्वालियर, मेहगांव, भिण्ड, सबलगढ़, सुमावली क्षेत्र में आभार सभाएं कर कार्यकर्ताओं में लोकसभा चुनाव के लिए जोशभर आए हैं। भाजपा विधानसभा चुनाव की तरह जल्द उम्मीदवार घोषित करने और कुछ सीटों पर नए उम्मीदवार उतारने की रणनीति बना रही है।
कांग्रेस भी बना रही अपनी रणनीति
मप्र विधानसभा चुनाव में पराजय झेल चुकी कांग्रेस भी अपनी तैयारी शुरू कर चुकी है। कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी परेशानी यह है कि एक ओर उसे अपने संगठन को तैयार करना है। मप्र में कांग्रेस ने जीतू पटवारी को नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। पटवारी को अभी अपनी प्रदेश इकाई को नए सिरे से तैयार करना है। वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मार्च में आ रही भारत जोड़ो न्याय यात्रा के स्वागत की भी तैयारी करना पड़ रही है। कांग्रेस ने लोकसभा प्रभारी भी नियुक्त कर दिए हैं। लोकसभा प्रभारियों ने अपने -अपने प्रभार वाले जिलों में जाकर संभावित उम्मीदवारों की तलाश शुरू कर दी है। ग्वालियर के प्रभारी विपिन वानखेड़े भी दोबार आकर कांग्रेसजनों का मन टटोल गए हैं। कांग्रेस के बरिष्ठ नेता अरुण यादव भी वानखेड़े के साथ यहां आ चुके हैं। पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव गुना-शिवपुरी, विधायक नितेन्द्र सिंह भिण्ड और पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह मुरैना जिले में दौरा कर संभावित उम्मीदवारों के लिए कांग्रेसजनों का मन टटो गए हैं। इन प्रभारियों को 31 जनवरी तक अपनी रिपोर्ट देनी है। वहीं प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी भी अंचल में अपनी टीम के साथ आकर हताश कार्यकर्ताओं में जोश भर गए हैं। कांग्रेस भी अपने उम्मीदवार फरवरी के अंत और मार्च के प्रथम सप्ताह में उम्मीदवार घोषित करने का दावा कर रही है। कांग्रेस ग्वालियर-चंबल संभाग में कुछ नए चेहरों को भी मैदान में उतारकर चौंका सकती है। कांग्रेस की कोशिश रहेगी की भाजपा के अंचल में क्लीन स्वीप के सपने को आसानी से साकार नहीं होने दे।