शहर में हुई बारिश पर तिघरा का कैचमेंट क्षेत्र रहा सूखा

Update: 2020-08-30 01:00 GMT

ग्वालियर,न.सं.। शहर बीती रात से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। इससे लोगों के चेहरों पर मुस्कान खिली है। लेकिन तिघरा के कैचमेंट में इस बारिश का जरा भी असर नहीं हुआ है। इसके चलते तिघरा का जलस्तर शुक्रवार की देर शाम को भी 737.20 रहा। जबकि दो दिन पहले तक बांध का जलस्तर 737.25 था। वहीं तिघरा से साल भर शहर को पानी की सप्लाई होती रहे इसके लिए तिघरा का जलस्तर 735 होना आवश्यक है, जो पूरा हो गया है। बांध में जून 2021 तक का पानी आ चुका है। वहीं हर दिन तिघरा से हो रही शहर में सप्लाई और वाष्पीकरण के कारण इसका जलस्तर फिर से घटने लगा है।

एक सदी से अधिक पुराने समय से बने तिघरा की जलभराव की क्षमता 739 फीट है। 739 फीट भरने पर तिघरा के अंदर 4200 एमसीएफटी पानी आ जाता है। यह पानी सवा साल के लिए पर्याप्त है। लेकिन वर्तमान समय में हो रही बारिश ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के माथे पर शिकन की लकीरें खींच दी है। क्योंकि दो दिन से भले ही शहर में बारिश हो रही है, लेकिन तिघरा के 400 वर्ग किलोमीटर के कैचमेंट वाले क्षेत्र में जरा भी बारिश नहीं हुई है। इसके कारण तिघरा के अंदर पानी फिर आना बंद हो गया है।

शहर में रुक-रुक कर होती रही बारिश

शहर सहित अंचल में बारिश का दौर जारी है। शनिवार को शहर में रुक-रुक कर बारिश होती रही। बारिश के कारण शहर की सड़कें पूरी तरह से उखड़ गई हैं। नगर निगम द्वारा घटिया निर्माण कार्य कराए जाने के कारण शहर की सड़कों की यह स्थिति बनीं हुई है। शनिवार को दोपहर तक तेज धूप के कारण उमस बढ़ गई और इससे पडऩे वाली तेज गर्मी से लोग परेशान हो गए। लेकिन दोपहर के बाद तेज हवाएं चलना शुरु हो गईं इससे आसमान पर बादल छा गए। उसके बाद शुरु रुक-रुक कर बारिश होना शुरू हो गया। थोड़ी देर पानी गिरने के बाद रुक जाता और फिर बारिश शुरु हो जाती। ऐसा करीब चार-पांच बार हुआ। हालांकि इससे पानी जमा होने की अधिक समस्या नहीं आई। अधिकतम तापमान 30 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री दर्ज किया गया है।

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