चंबल क्षेत्र अंधोसंरचना से लैस होगा : तोमर

राजमाता सिंधिया कृषि विवि का स्थापना दिवस आयोजित

Update: 2020-08-20 01:00 GMT

ग्वालियर, न.सं.। एक लाख करोड़ रुपए के कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर फंड, दस हजार नए एफपीओ जैसी केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं से निजी निवेश गांवों व खेतों तक पहुंचेगा, जिससे खेती की शक्ल बदल जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ऐसे ही प्रयासों के माध्यम से किसानों को आत्मनिर्भर बनाना चाहती है। इसके साथ ही खेती-किसानी से जुड़े क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। यह बात बुधवार को केन्द्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय के 12वें स्थापना दिवस पर ऑनलाइन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कही।

श्री तोमर ने कहा कि चंबल क्षेत्र के ग्वालियर, भिंड, मुरैना, शिवपुरी, श्योपुर में बीहड़ हैं, जहां की जमीन को कृषि योग्य बनाने के लिए विश्व बैंक तथा म.प्र. के अधिकारियों से एक प्रोजेक्ट पर बात हुई है। अटलजी के नाम पर चंबल प्रोग्रेस वे आकार लेगा, ग्वालियर-श्योपुर गेज कन्वर्जन का काम भी चल रहा है। इन सबसे आवाजाही सुगम होगी, वहीं पूरा क्षेत्र इंफ्रास्ट्रक्चर से लैस होगा और अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा।

इस मौके पर मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि सरकार ने किसानों को बिजली, पानी तथा वैज्ञानिकों ने उन्नत तकनीक व बीज उपलब्ध कराया। जिसके कारण खेती में अभूतपूर्व प्रगति हुई है। सरकार मंडी में किसानों को अधिकाधिक सुविधाएं दिलाने तथा उनके उत्पादन का सही मूल्य मिले इसके लिए प्रतिबद्ध है।

धारवाड़ विश्वविद्यालय कर्नाटक के पूर्व कुलपति डॉ. आर. आर. हांचीनल ने बीज उत्पादन एवं कृषि जगत के विभिन्न आयामों पर अपना उद्बोधन दिया। समारोह का संचालन डॉ. रश्मि वाजपेयी एवं आभार कुलसचिव डी. एल. कोरी ने व्यक्त किया। इस ऑनलाइन समारोह में निदेशक विस्तार सेवाएं डॉ. एस. एन. उपाध्याय, निदेशक अनुसंधान डॉ. एम. पी. जैन, निदेशक शिक्षण डॉ. ए. के. सिंह, लेखा नियंत्रक सुगंधि तिवारी, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. एस. पी. एस. तोमर आदि शामिल हुए।

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