11 साल के मासूम ने पर्स लौटाया, ईमानदारी पर पुलिस ने गोद में लेकर मेला घुमाया
ईमानदार बच्चों का पुलिस ने किया सम्मान
ग्वालियर, न.सं.। कहते हैं कि ईमानदारी की कोई सूरत नहीं होती है। इस बार ईमानदारी 11 साल के मासूम छात्र आर्यन मीणा और उसकी 5 साल की बहन सौम्या के रूप में सामने आई है। शुक्रवार को भाई बहन माता पिता के साथ मेला घूम रहे थे तभी उनकी नजर एक पर्स पड़ी। पर्स लेकर पुलिस कन्ट्रोल रूम पहुंचे। यहां उन्होंने पुलिस को बताया कि यह पर्स उनको मेला में मिला है। पुलिस ने पर्स खोलकर देखा तो उसमें ढाई हजार से ज्यादा रुपए थे। पुलिस ने बच्चों को लालच भी दिया कि वह यह पैसे रख सकते थे, लेकिन दोनों बच्चों की परवरिश ने उन्हें इसकी इजाजत नहीं दी। बच्चों का कहना था कि वह कभी अपनी ईमानदारी पर धब्बा नहीं लगने देंगे। इसके बाद एसडीओपी बेहट व मेला थाना प्रभारी संतोष पटेल ने दोनों भाई बहन को गोद में उठाकर मेला की सैर करवाई और उनके कई तरह के झूले की राइड भी कराई।
पर्स लौटाकर ईमानदारी की सीख देने वाले दोनों भाई-बहन, उनके मां-पिता के साथ बेहट एसडीओपी व मेला प्रभारी संतोष पटेल ने बताया कि शुक्रवार को मैं और थाना प्रभारी मेला राजेन्द्र सिंह परिहार साथ ही राघवेन्द्र सिंह जादौन मेला कार्यालय में व्यवस्थाओं पर चर्चा कर रहे थे कि तभी ग्यारह वर्षीय बालक आर्यन मीणा अपनी बहन सौम्या और माता पिता के साथ उनके पास पहुंचा और उनके सामने एक पर्स रख दिया। आर्यन ने उनको बताया कि यह पर्स मेला में पड़ा मिला था। जब पुलिस अफसरों ने पर्स चेक किया तो पर्स में ढाई हजार रुपए नगदी के साथ ही अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज थे। पर्स के मालिक ललित अग्रवाल को लाउड स्पीकर से एनाउंसमेंट कर बताया गया कि उनका पर्स गुम हो गया है और वह मिल गया है। बाद में ललित अपनी पत्नी के साथ पुलिस कन्ट्रोल रुम पहुंचे और उनका पर्स देखकर खुशी का ठिकाना नहीं रहा। आर्यन व सौम्या का ललित ने उनकी पत्नी ने आभार व्यक्त किया। बच्चों की ईमानदारी पर सीएसपी मेला संतोष पटेल, मेला थाना प्रभारी राजेन्द्र सिंह परिहार ने दोनों बच्चों को गोद में लेकर पूरा मेला घूमाया और उनको झूले भी झुलाए हैं। बेईमान और चोर कभी नहीं बनना हैपुलिस ने जब बच्चों से पर्स से रुपए ना लेने का कारण पूछा तो बच्चों का कहना था कि उन्हें बेइमान नहीं बनना है और अगर वह यह रुपए ले लेते तो वह चोर बन जाते, जो उनके माता-पिता को कभी पसंद नहीं आता।
गोद में उठाकर घूमे पुलिस अधिकारी व जवान
बच्चों की ईमानदारी पर खुश हुए अफसरों ने बच्चों को अपनी गोद में लिया और पूरा मेला दिखाया। पुलिस अफसरों ने ऐसा सिर्फ इसलिए किया जिससे बच्चों की ईमानदारी की सीख को और भी लोग सीखें। आर्यन सौम्या ने कहा माता पिता और दादी से हमेशा ईमानदारी से जीवन जीने की सीख मिली है। बस पर्स लौटा कर हमने उसी संस्कारों को आगे बढ़ाया है। बता दें आर्यन क्रिकेट का शौकीन है और वह ग्वालियर डिवीजन क्रिकेट एसोशिएसन द्वारा आयोजित शिविर में भाग लेकर क्रिकेट खेलना सीख रहा है।