गरजने वाले बादलों ने गिरा दिया 38.4 मिली मीटर पानी
अगले 24 घंटे के दौरान भी हो सकती है बारिश
ग्वालियर, न.सं.। 'गरजने वाले कभी बरसते नहीं।Ó इस कहावत को आज हुई जोरदार बारिश ने झुठला दिया। अरब सागर से आई नमी के प्रभाव से ग्वालियर के ऊपर गरजने वाले बादल (सीबी क्लाउड) बन गए, जिससे करीब डेढ़ घंटे तक शहर में झमाझम बारिश हुई। इस दौरान शहर में 38.4 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई, जिसे मिलाकर शहर में अब तक 129.5 मिली मीटर बारिश दर्ज की जा चुकी है।
पिछले दिनों की तरह रविवार को भी बादल छाए रहे। हालांकि बादल बिखरे होने की वजह से धूप भी खिली रही, जिससे शहरवासियों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ा। अपरान्ह करीब तीन बजे से मौसम ने अचानक करवट बदली और अचानक बादलों का घनत्व बढऩे के साथ ही बूंदाबांदी शुरू हो गई। इसके बाद चंद समय में ही बूंदाबांदी झमाझम बारिश में बदल गई, जो शाम चाढ़े चार बजे तक निरंतर जारी रही। भोपाल के सेवानिवृत्त मौसम विज्ञानी डी.पी. दुबे ने बताया कि अभी ग्वालियर-चम्बल के आसपास कोई मानसूनी सिस्टम नहीं है। चूंकि दक्षिण-पश्चिमी हवाएं अरब सागर से काफी नमी लेकर आ रही हैं। इस वजह से उत्तरी क्षेत्र यानी कि ग्वालियर-चम्बल से लेकर कोटा और जयपुर तक बादल छाए हुए हैं। इसी के चलते ग्वालियर के ऊपर गरजने वाले बादल (सीबी क्लाउड) बन गए। हालांकि ऐसे बादलों से बारिश की संभावना कम होती है, लेकिन कभी-कभी गरजने वाले बादल जोरदार बारिश भी कर देते हैं। चूंकि अरब सागर से नमी का आना जारी है, इसलिए अगले 24 घंटे के दौरान भी ग्वालियर-चम्बल में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है।
बारिश के बाद गिरा तापमान
रविवार को बारिश से पहले दिन भर के तापमान पर नजर डालें तो पूर्वान्ह 11.30 बजे तापमान 35.2 और मध्यान्ह 2.30 बजे 34.0 डिग्री सेल्सियस पर था, जबकि बारिश के बाद शाम 5.30 बजे तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस लुढ़कर 26.6 डिग्री सेल्सियस पर ही ठहर गया। मौसम विभाग के अनुसार पिछले दिन की तुलना में आज अधिकतम तापमान 0.5 डिग्री सेल्सियस आंशिक वृद्धि के साथ 36.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से 1.5 डिग्री सेल्सियस अधिक है। न्यूनतम तापमान भी 0.5 डिग्री सेल्सियस आंशिक वृद्धि के साथ 29.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से 2.9 डिग्री सेल्सियस अधिक है। आज हवाएं दक्षिण-पश्चिमी चलीं, जिनकी गति दो किलो मीटर प्रति घंटा रही। आज सुबह हवा में नमी 74 प्रतिशत दर्ज की गई, जो सामान्य से 01 प्रतिशत अधिक है, जबकि शाम को हवा में नमी बढ़कर 98 प्रतिशत दर्ज की गई, जो सामान्य से 32 प्रतिशत अधिक है।