मंत्रियों के बीच कल होगा विभागों का बंटवारा, मुख्यमंत्री चौहान ने की घोषणा

Update: 2020-07-11 13:35 GMT

ग्वालियर। ग्वालियर-मुरैना के एक दिनी दौरे पर आये मुख्यमंत्री चौहान ने जल्द ही मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा होने के संकेत दिए। उन्होने कहा की मैं कल रविवार को विभागों का बंटवारा कर दूंगा। मंत्रिमंडल विस्तार के दस दिन बीत जाने के बाद भी विभागों का बंटवारा ना हो पाने के कारण इस मुद्दे पर सियासत गरमाई हुई है।  

बता दें की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शपथ लेने के 100 दिन बाद 2 जुलाई को मंत्रिमंडल का विस्तार किया। इस मंत्रिमंडल विस्तार में 20 कैबिनेट और 8 राज्यमंत्रियों को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शपथ दिलाई थी। जिसमें कैबिनेट मंत्री के रूप में गोपाल भार्गव, विजय शाह, जगदीश देवड़ा, बिसाहूलाल सिंह, यशोधरा राजे सिंधिया, भूपेंद्र सिंह, बृजेन्द्र प्रताप सिंह, विश्वास सारंग, इमरती देवी, डॉ। प्रभुराम चौधरी, महेंद्र सिंह सिसोदिया, प्रद्युम्न सिंह तोमर, प्रेम सिंह पटेल, ओमप्रकाश साकपुर कंसाना, उषा ठाकुर, अरविंद भदोरिया, मोहन यादव, हरदीप सिंह डांग, और राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने शपथ ली थी।वहीं  राजयमंत्री के रूप में भरत सिंह कुशवाहा, इंदर सिंह परमार, रामखेलावन पटेल, राम किशोर कंवरव, बृजेन्द्र सिंह यादव, गिर्राज दंडोतिया, सुरेश धाकड़, और ओपीएस भदौरिया ने शपथ ली थी।  

मुख्यमंत्री रहे व्यस्त -

कैबिनेट विस्तार के बाद सभी को मंत्रियों के बीच जल्द विभागों का बंटवारा होने का अनुमान लगाया जा रहा था। लेकिन मुख्यमंत्री की व्यस्तता एवं अन्य कारणों के चलते विभागों का बंटवारा टलता ही चला गया। जिसमें से प्रमुख कारण मुख्यमंत्री चौहान का मंत्रिमंडल विस्तार के तुरंत बाद तीन दिन के लिए दिल्ली चले जाना था। जहाँ उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया आदि से मुलाकात की थी। इसके बाद भोपाल लौटकर अगले दिन विभागों का बंटवारा होने का बयान दिया था। लेकिन अगले दिन किन्हीं कारणों के चलते विभागों का बंटवारा नहीं हो पाया। इस कार्य में हुई देरी के मुख्य कारणों में मुख्यमंत्री की वर्चुअल रैलियों में व्यस्तता भी रही। सीएम ने इस दौरान कई वर्चुअल रैलियों में भी भाग लिया था। 

पहले भी दिए विभागों के बंटवारे के संकेत- 

दो दिन पहले भी सीएम ने विभागों का बंटवारा होने के संकेत दिए थे। इसी समय कैबिनेट की बैठक भी होनी थी। जिसके लिए सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई थी। अधिकांश मंत्री भी कैबिनेट की बैठक में भाग लेने के लिए भोपाल पहुंच गए थे। लेकिन गुरूवार की सुबह मोस्ट वांटेड अपराधी विकास दुबे के उज्जैन के महाकाल मंदिर में पकडे जाने के बाद बढ़ी व्यस्तता के कारण विभागों का बंटवारा एक बार फिर टल गया। इसके बाद कल शुक्रवार को बंटवारा होने की उम्मीद थी। लेकिन रीवा सोलर प्लांट के लोकार्पण में मुख्यमंत्री के व्यस्त होने के कारण बंटवारा एक बार फिर टला। आज ग्वालियर में मुख्यमंत्री चौहान ने एक बार फिर कल रविवार को विभागों का बंटवारा होने के संकेत दिए है। जिसके बाद माना जा रहा है की कल विभागों का बंटवारा हो ही जायेगा।  

विभागों के बंटवारे पर विपक्ष की टिप्पणी -

गौरतलब है की विविध कारणों से विभागों के बंटवारे में हो रहीं देरी पर विपक्ष के साथ सत्तापक्ष के नेता भी बयान देने में पीछे नजर नहीं आ रहें है। कांग्रेस नेता एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने  विभागों में बंटवारे की देरी का कारण ज्योतिरादित्य सिंधिया को बताया था।  उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था की मध्यप्रदेश मंत्रीमंडल में विभागों के बँटवारे को ले कर पूरी भाजपा दिल्ली से ले कर भोपाल में "वर्कआउट" चल रहा है। यह मंत्रीमंडल के बँटवारे का झगड़ा नहीं है यह "लूट" के बँटवारे का झगड़ा है। परिवहन, एक्साइज़, राजस्व् शहरी विकास आदि सिंधिया जी नहीं छोड़ना चाहेंगे। क्यों? समझ जाओगे! 

दिग्विजय सिंह का साथ देते हुए पूर्व मंत्री और विधायक जीतू पटवारी भी आरोप लगाते नजर आ रहे है। कुछ दिन पहले एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा था की मलाईदार विभागों' की चाहत के कारण मंत्रियों के बीच विभागों का वितरण नहीं हो पा रहा है। 

सत्ता पक्ष के नेताओं ने भी उठाये सवाल- 

विपक्ष के साथ सत्ता पक्ष के नेता  मुद्दे पर शिवराज सिंह को घेरते नजर आये है। भाजपा नेता एवं  सतना से सांसद गणेश सिंह का कहना है कि गैरजरूरी तौर पर देरी हो रही है और इससे लोगों के बीच अच्छा संदेश नहीं जा रहा है।  इसके अलावा भाजपा की पूर्व विधायक पारुल साहू सांसद गणेश सिंह से दो कदम आगे नजर आई।  उन्होंने अपन ट्वीट के जरिये कहा था - "ये राजनीतिक दहेज़ प्रताड़ना कहीं तलाक का कारण ना बन जाये।"  पूर्व मंत्री एवं विधायक अजय विश्नोई भी इस मुद्दे पर पीछे नहीं रहे। उन्होंने विभागों के बंटवारे को लेकर चल खींचतान पर चेतावनी देते हुए कहा था की  "पहले मंत्रियों की संख्या और अब विभागों का बंटवारा। मुझे डर है कही भाजपा का आम कार्यकर्ता हमारे नेता की इतनी बेइज्जती से नाराज न हो जाय। नुकसान हो जाएगा।" 



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