ग्वालियर। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार के रहते बार-बार अघोषित बिजली कटौती की जाना और 100 रुपए में 100 यूनिट बिजली के नाम पर जनता से छलावा किया जा रहा है। कांग्रेस ने इस सिलसिले में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को आड़े हाथों लिया है। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी (ग्वालियर चंबल संभाग) केके मिश्रा ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि उपभोक्ताओं को हजारों रुपए के बिजली बिल मिल रहे हैं। गरीब जनता पूरी तरह त्रस्त है। उनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही। औसतन दो से बीस हजार रुपए प्रति माह के बिजली बिल कैसे चुकाएं।
उन्होंने शिवराज सरकार पर आरोप लगाया कि बंद पड़े उद्योग धंधों में बिजली की खपत कम होने के कारण राजस्व की हानि हुई है, सरकार उसकी भरपाई के लिए घरेलू उपभोक्ताओं से अवैध रूप से वसूली कर रही है। उन्हें कोरोनाकाल में बिल भरो का नारा दिया जा रहा है, जो इस सरकार के लिए ठीक नहीं है। उन्होंने कहा 6 अगस्त 2020 को जारी विज्ञप्ति में लिखा था कि हमारी संकल्प शक्ति और निर्बाध बिजली है, फिर भी निर्बाध बिजली किसी को प्राप्त नहीं हो रही। यह पूरी तरह झूठ और छलावा है। श्री मिश्रा ने कहा कि घंटों बिजली कटौती के लिए बार-बार संधारण का झूठा बहाना किया जा रहा है। जिससे जनता पूरी तरह त्रस्त है। श्री मिश्रा ने ग्वालियर में अलग-अलग क्षेत्रों में रोजाना की जा रही बिजली कटौती के बारे में पृथक से जानकारी भी दी।