हर उम्र के लोगों में मिल रहे कोरोना के लक्षण, संभल जाएं वरना जनलेवा हो सकता है संक्रमण
चिकित्सक ने कहा- मास्क पहनकर ही निकले घर से बाहर
ग्वालियर,न.सं.। कोरोना संक्रमण 60 साल से कम के मरीजों में भी घातक हो सकता है। अभी 60 साल से अधिक उम्र के लोग कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। लेकिन 60 साल से कम उम्र के लोग यह नहीं सोचे कि उन्हें कोरोना नहीं होगा। अगर उन्होंने थोड़ी से लापरवाही बरती तो वह भी कोरोना की चपेट में आ सकते । यह कहना है गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय के मेडिकल के प्राध्यापक डॉ. अजय पाल सिंह का। उन्होंने कहा कि 60 साल से अधिक उम्र के मरीजों में कई अन्य बीमारियां भी होती हैं, इनकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है। जिसमें सबसे ज्यादा बीमारी निमोनिया, हृदय रोग, मधुमेह जैसी बीमारी शामिल है।
प्राध्यापक डॉ. सिंह ने कहा कि हमें इन बातों को समझना होगा और घर से बाहर निकलने पर इन बातों का ध्यान रखना होगा। अब कई ऐसे भी लोग हैं जो कोविड से संक्रमित हैं और उनमें लक्षण नहीं हैं। ऐसे में पीडि़त इंसान को भी नहीं पता है कि वह संक्रमित है, वो अनजान स्थिति में बिना मास्क बाहर निकलेंगे और जोर-जोर से बात करेंगे, खांसेंगे, छींकेंगे तो संक्रमण तो फैलेगा ही। इसलिए अभी हर इंसान को घर से बाहर निकलने पर मास्क जरूर लगाना चाहिए।
हर उम्र के मरीजों में निमोनिया
कोरोना संक्रमित युवाओं में मामूली लक्षण सामने आ रहे थे। 18 साल से कम उम्र के बालक लक्षण बिहीन थे। मगर अब ऐसा नहीं है, हर उम्र के मरीजों में कोरोना के लक्षण मिल रहे हैं। पांच साल के बालक से लेकर 15 साल के युवा और 65 साल के बुजुर्ग निमोनिया से पीडि़त हो रहे हैं। सांस लेने में परेशानी होने पर भर्ती किए जा रहे हैं, इनमें कोरोना की पुष्टि हो रही है।
निमोनिया होना काफी घातक
चिकित्सकों का कहना है कि हृदय व मधुमेह के मरीज में कोरोना संक्रमण के साथ निमोनिया होना काफी घातक है। इसलिए मधुमेह और हृदय के मरीजों को यदि खांसी के साथ-साथ सांस लेने में तकलीफ महसूस हो तो उसे तुरंत विशेषज्ञ की सलाह लेनी चाहिए। समय रहते अगर निमोनिया का पता चल जाता है तो उसका इलाज कर रोगी को पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है।
दो दिन में इन मरीजों ने तोड़ा दम
- -गांधी नगर निवासी 75 वर्षीय महिला शकुंतला देवी को 27 जुलाई को अपोलो अस्पताल में भर्ती हुई थी। उन्हें हृदय व एनीमिया की शिकायत थी। ग्लोबल हॉस्पिटल में भर्ती होने के बाद दम तोड़ दिया था।
- -घासमंडी निवासी 62 वर्षीय बालकिशन 2 अगस्त को सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती हुए थे। ओम नगर निवासी 65 वर्षीय मंगू लाल पाल 6 अगस्त को कोरोना संक्रमण के चलते सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। उन्हें मधुमेह व रक्तचाप की शिकायत थी।
- -सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात को नई सड़क बृज बिहार निवासी 25 वर्षीय सुनंदा को चार अगस्त को संक्रमित होने पर सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इन्हें फेंफड़ों में शिकायत मिली थी।