सर्दी-खांसी है तो भी होगी कोरोना जांच, कोरोना के डर से बुजुर्ग घरों में कैद

Update: 2020-08-19 01:00 GMT

ग्वालियर, न.सं.। कोरोना वायरस से निपटने के लिए प्रशासन ने अब ज्यादा से ज्यादा नमूने लेने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत अब सर्दी-खांसी से पीडि़त का भी कोरोना का नमूना लिया जाएगा। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है।

जिले में हर दिन औसतन 800 से 900 संदेहियों के नमूने लिए जा रहे हैं। वहीं ओपीडी में रोजाना सैकड़ों लोग ऐसे पहुंच रहे हैं, जिन्हें सर्दी-खांसी की शिकायत है। लेकिन, इनकी सामान्य जांच कर दवा दी जा रही है और निगरानी में रहने की बात कही जा रही है। यदि इनकी हालत में सुधार नहीं होता है तो इनका नमूना लिया जाता है। ऐसे में कोरोना से संक्रमित होने वाले अभी भी पकड़ से बाहर चल रहे हैं। लिहाजा अब सर्दी-खांसी से पीडि़तों का भी कोरोना सैंपल लिया जाएगा। इससे जिले में सैंपल की संख्या बढ़ेगी। यह कोरोना से निपटने में सहायक सिद्ध होगा। मौजूदा स्थिति में रैपिड टेस्ट किट से भी सैंपलिंग की जा रही है।

कोरोना संक्रमण के डर से बुजुर्ग घरों में कैद

शहर में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। बुजुर्ग भी संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं, जबकि वे लंबे समय से घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। इस कारण बुजुर्गों के संक्रमित होने व मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। परिजनों की एक छोटी सी गलती बुजुर्गों पर भारी पड़ रही है। कोरोना संक्रमण काल में शहर में ऐसे कई मामले सामने आए हैं। अनलॉक के बाद उनके परिजनों का बाहर आना-जाना लगा रहता है। उनके संक्रमित होते ही उनके बुजुर्ग माता-पिता व अन्य परिवारजन संक्रमित हो गए।

यह सावधानी बरतें

1. हाई रिस्क ग्रुप में आने वाले बुजुर्गों से मिलना-जुलना कम करें।

2. उनके कमरे में जाएं तो हाथों को सेनेटाइज करें। दूरी बनाकर बात करें।

3. परिवार के किसी भी सदस्य को यदि लक्षण दिखते हैं तो वे उनके पास नहीं जाएं।

4. उन्हें बाहर जाने से रोकने के लिए उन्हें घर पर जरूरी सामान उपलब्ध करवा दें।

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