कोरोना संक्रमित के अंतिम संस्कार के लिए मांगे चार हजार
नहीं थम रहा लापरवाही का दौर, रात 12 बजे आया नम्बर
ग्वालियर, न.सं.। जिले में कोरोना संक्रमितों के साथ ही कोरोना से मरने वालों साथ लापरवाही का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी के चलते फिर से लक्ष्मीगंज मुक्तिधाम के विद्युत शव दाह गृह के बाहर नया बाजार निवासी 78 वर्षीय नारायण सिंह राठौर का अंतिम संस्कार समय पर इसीलिए नहीं हो पाया क्योंकि वहां कार्यरत कर्मचारियों द्वारा शव उठाने के नाम पर चार हजार रुपए की मांग की गई। इसी कारण उनका शव मंगलवार को दोपहर 2.30 बजे से देर रात तक बाहर ही रखा रहा।
मृतक के छोटे भाई महेन्द्र सिंह राठौर का आरोप है कि उनसे वहां तैनात कर्मचारियों द्वारा शव उठाने के नाम पर चार हजार रुपए मांग रहे थे। इस मामले की जानकारी उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों तक पहंचाई। इसके बावजूद उनके अंतिम संस्कार का नम्बर देर रात तक नहीं आ सका। जिस वजह से उनके परिजन अपने शव के अंतिम संस्कार के लिए इंतजार करते रहे। जानकारी के अनुसार नया बाजार नारायण सिंह राठौर बीते रोज जयारोग्य अस्पताल में भर्ती हुए थे। उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। लेकिन मंगलवार दोपहर 12 बजे उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जिसके बाद परिजन निजी एम्बुलेंस से शव को लेकर सीधे लक्ष्मीगंज मुक्तिधाम पहुंचे, जहां पर पहले से ही तीन शव अंतिम संस्कार के लिए रखे हुए थे। जब नारायण सिंह के शव की बारी आई तो वहां मौजूद कर्मचरियों ने परिजनों से चार हजार रुपए की मांग की। जिस पर परिजनों ने कहा कि चार हजार रुपए ज्यादा है। परिजनों ने कर्मचारियों से पीपीई किट देने को भी कहा, जिस पर परिजनों ने मामले की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी। जिसके बाद नोडल अधिकारी अतिबल सिंह यादव मौके पर पहुंचे व परिजनों से चर्चा की।
नोडल अधिकारी बोले, अपने आप ले आए शव
नोडल अधिकारी अतिबल सिंह यादव ने कहा कि शव का अंतिम संस्कार करने के लिए निजी कंपनी को पांच हजार रुपए प्रति शव के हिसाब से ठेका दिया है। मृतक के परिजन अपने आप ही शव को मुक्तिधाम लेकर आए थे। उन्होंने बताया कि शव पीपीई किट में आया था, लेकिन पीपीई किट फटी हुई थी। परिजन जो पैसे मांगने के आरोप लगा रहे हैं वह गलत है। मुक्तिधाम में नगर निगम के सिर्फ दो कर्मचारी थे, जिन्होंने कोई भी पैसों की मांग नहीं की।
मास्टर ट्रेनर प्रो. तेलंग का कोरोना से दिल्ली में निधन
केआरजी महाविद्यालय में भौतिकी विज्ञान के प्राध्यापक एवं ईवीएम मशीन के मास्टर ट्रेनर डॉ. वीजी तेलंग का मंगलवार की सुबह दिल्ली के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 18 अगस्त को कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद इलाज के लिए दिल्ली गए थे। स्व. तेलंग पिछले कई वर्षों चुनाव के दौरान ईवीएम मशीन का प्रशिक्षण दे रहे थे। वे अभी 62 वर्ष के थे।