ग्वालियर में फिर डराने लगा कोरोना, 8 मरीज आए सामने, सक्रिय मरीजों की संख्या पहुंची 30
39 वर्षीय महिला अपोलो में बुखार के उपचार के लिए गई थी, जांच में संक्रमित निकली
ग्वालियर, न.सं.। कोरोना संक्रमण फिर से डर का माहौल बन रहा है। हर दिन कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं। यही कारण है कि गुरूवार को भी एक साथ आठ संक्रमित सामने आए। हालांकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए लोगों की कांटेक्ट डिटेल्स और हिस्ट्री नहीं ली लेना शुरू नहीं किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी की गई जांच रिपोर्ट में जिन आठ मरीजों को संक्रमण निकला है, उसमें तीन मरीज गोले का मंदिर क्षेत्र के है। इसमें 64 वर्षीय बुजुर्ग जो दो दिन पूर्व ही अपने गांव पोरसा से लौटा है। सागर जेल में पदस्थ 29 वर्षीय पुलिसकर्मी जो एक सप्ताह पूर्व ही अपने घर आया है और 42 वर्षीय पुरूष भी कोरोना की चपेट में हैं। इसी तरह बिरला नर्सिंग महाविद्यालय के छात्रावास में निवासरत 19 वर्षीय नर्सिंग छात्रा संक्रमित है। छात्रा एक सप्ताह पूर्व ही अपने घर कासगंज से लौटी है। मुरान निवासी 30 वर्षीय पुरूष तीन दिन पूर्व ही जेसलमेर से लौटा है। वहीं भितरवार निवासी 30 वर्षीय पुलिसकर्मी भी कोरोना संक्रमित है। दतिया में पदस्थ पुलिसकर्मी टाइफाइड के उपचार के लिए अपोलो अस्पताल गया था। इसलिए पुलिसकर्मी को अपोलो में भी भर्ती किया गया है। जबकि सेवा नगर निवासी 39 वर्षीय महिला भी अपोलो में बुखार के उपचार के लिए गई थी और जांच में संक्रिमित निकली। उधर एम.के. सिटी निवासी 30 वर्षीय पुरूष भी संक्रमित है। उक्त मरीजों को मिला कर जिले में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 30 पहुंच गई है।
दोबार कराई जांच में निकला संक्रमित
सीपी कॉलोनी निवासी 48 वर्षीय महिला लीवर में इन्फेक्शन के लिए अपोलो अस्पताल में भर्ती हुई थी। महिला की अस्पताल में जब जांच कराई तो उसे संक्रमण निकला। महिला के पति का कहना है कि शायद अस्पताल में भर्ती के दौरान ही संक्रमण हुआ है। महिला एक दिन पूर्व निजी पैथोलॉजी में हुई जांच में भी संक्रमित निकली थी।
यह लक्षण आ रहे सामने
- - लंबे समय तक खांसी रहना।
- - फेफड़ों में दर्द/परेशानी।
- - चलते फिरते समय सांस का तेज हो जाना या सांस फूलना।
- - खांसी के साथ ही तेज बुखार।
- - गले में खरास होना व गंद न आना।
अपनाएं ये उपाय
चिकित्सक की सलाह के बगैर दवाएं आदि लेने से बचें। ठीक तरह से जांच करवाएं और अपने खानपान में पोषण को महत्व दें। बगैर मास्क के घर से बाहर न निकलें, पहले की तरह सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजर के उपयोग की आदतें फिर अपनाएं।