ग्वालियर में 28 वोकल प्वाइंट पर रखी जाएंगी कोरोना की वैक्सीन, केन्द्र सरकार ने भेजे नए उपरकरण
- पहले चरण में 11 हजार से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों को लगेगा टीका
ग्वालियर/वेब डेस्क। जिले में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। इसी के चलते जिले में अभी तक 15 हजार से अधिक लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। जबकि 278 लोगों की मौतें भी हो चुकी है। उधर कई लोग कोरोना संक्रमण को मात देकर ठीक हो चुके हैं। इस बीच कोरोना वैक्सीन के आने की हलचल से लोगों को एक नई उम्मीद जागी है। जिला प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी वैक्सीन को रखने सहित अन्य तैयारियों को पूरा करने में जुटे हुए हैं। इसके अलावा जिला स्तरीय स्वास्थ्य अधिकारियों को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। साथ ही वैक्सीन किसे पहले लगनी है, इसका पूरा रिकॉर्ड भी तैयार कर लिया है।
बताया जा रहा है कि देश में वैक्सीन अपने अंतिम चरण में है और संभवत: जनवरी के अंत तक वैक्सीन उपलब्ध हो सकता है। जिला टीका करण अधिकारी डॉ. आर.के. गुप्ता ने बताया कि कोरोना का टीका सबसे पहले चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों को लगाया जाएगा। इसके लिए जिले में कुल करीब 11,500 चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मचारियों की सूची तैयार कर ली गई है। साथ ही वैक्सीन को रखने के लिए जिले भर में 28 वैक्सीन वोकल प्वाइंट बनाए गए हैं। जहां निश्चित तापमान पर वैक्सीन को रखा जाएगा। हालांकि यह वैक्सीन कितनी आएंगी और किस आकार में आएंगी, इसकी जानकारी अभी स्वास्थ्य अधिकारियों के पास नहीं है।
डॉ. गुप्ता का कहना है कि वैक्सीन का आकार पता चलने के बाद ही पता चल सकेगा कि जिले में कितनी वैक्सीन को रखा जा सकता है। उल्लेखनीय है कि कोविड-19 के संक्रमण की आहट तो दिसंबर 2019 में हो चुकी थी। मार्च 2020 के आते-आते महानगरों में संक्रमण फैलना शुरू हुआ। इस पर प्रारंभ से ही रोकथाम के उपाय अंतर्गत इसी माह के अंतिम सप्ताह में लॉकडाउन जैसा कदम सरकार ने उठाया। अगस्त माह से भले ही पूरे जिले में अनलॉक की स्थिति बन गई, बावजूद इसके कोरोना संक्रमण का खतरा आज भी मंडरा रहा है। संक्रमण को जड़ से नष्ट करने के लिए दुनिया के कई देश और भारत में भी वैक्सीन की तैयारी की जा रही है। देश-दुनिया के कई अनुसंधान केंद्रों में वैक्सीन तैयार होने और इसका प्रयोग आरंभ होने की जानकारियां कई दिनों से आम लोगों के बीच सोशल मीडिया के माध्यम से आ रही हैं, किंतु एक साथ आवश्यकता के अनुसार वैक्सीन की उपलब्धता संभव नहीं हो सकती है। ऐसे में शासन ने निकट भविष्य में वैक्सीन के उपयोग की चरणबद्ध कार्ययोजना तैयार की है।
केन्द्र से आए नए उपरकरण
इधर कोरोना की वैक्सीन रखने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा भी डीप फ्रिजर सहित अन्य उपकरण भेजे जा चुके हैं। जिन्हें इन्टॉल भी करा दिया गया है। इसके अलावा जो उपकरण खराब थे उन्हें भी ठीक करा दिया गया है। साथ ही अन्य जरूरी उपकरणों को भी ठीक कराया जा रहा है। जिससे वैक्सीन को सुरक्षित रखा जा सके।
संस्थागत बनाए जाएंगे प्वाइंट
वैक्सीन को संस्थागत उपलब्ध कराया जाएगा। जिससे वैक्सीन आने के बाद आसानी से स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सीन उपलब्ध हो सके। डॉ. आर.के. गुप्ता ने बताया कि वैक्सीन को संस्थाओं पर उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए कार्य योजना तैयार की जा रही है।
दूसरे चरण में लगेगी 50 से अधिक उम्र के लोगों को
पहले चरण में वैक्सीन सबसे पहले चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मचारियों का लगाई जाएगी। इसके बाद दूसरे चरण में 50 से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी।
21 को होगी जिला स्तरीय कार्यशाला
राज्य स्तरीय कार्यशाला के बाद अब जिले में चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मचारियों को भी वैक्सीन को लेकर प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए सम्भवत: 21 दिसम्बर को कार्यशाला आयोजित की जाएगी। जिसे वैक्सीन को लगाने की जानकारी और रखने की जानकारी दी जाएगी।
36 एवीडी पहुंचाएंगे वैक्सीन
वैक्सीन को संस्थाओं तक पहुंचाने की जिम्मेदारी अल्टरनेट वैक्सीन डिलीवर (एव्हीडी) को सौंपी जाएगी। इसके लिए जिले में कुल 36 एव्हीडी है, जो संस्थाओं तक वैक्सीन को कोल्ड चैन के साथ पहुंचाएंगे। इसके अलावा जिले में एक स्पेशल वैक्सीन वैन भी है। जिसके माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में भी वैक्सीन को आसानी से पहुंचाया जाएगा।
कोविन एप में दर्ज हो रही जानकारी
लोगों तक टीका आसानी से पहुंच सके इसके लिए केंद्र सरकार के एप 'कोविन एपÓ में सभी के डाटा भेजे जा रहे हंै। इसमें डाटा एकत्र हो जाएगा कि किसे टीका लगा है, कितना खरीदा गया, कितना वितरण हुआ और कितना भंडारण हुआ। साथ ही ये वैक्सीन प्राप्तकर्ता को पहले से सूचित भी कर देगा।
इनका कहना है
वैक्सीन को लेकर तैयारियां पूरी की जा रही हैं। साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण भी उपलब्ध कराया जाएगा। जिससे आसानी से वैक्सीन को पहुंचाया जा सके।
-डॉ. आर.के. गुप्ता, जिला टीका कारण अधिकारी