ग्वालियर,न.सं.। शहर के व्यस्त इलाके इंदरगंज और राजीव प्लाजा पर नगर निगम द्वारा तैयार कराई गईं पजल पार्किंग बंद पड़ी हुई हैं। ये पार्किंग सिर्फ दिखावे के शो-पीस बनकर रह गई हैं। इसके चलते इन इलाकों में वाहन सडक़ के किनारे खड़े होते हैं और जाम की स्थिति बनी रहती है। निगमायुक्त ने पुलिस अधिकारियों व मदाखलत अमले को निर्देश दिए थे कि अगर सडक़ पर वाहन खड़े होते हैं, तो उन पर चालानी कार्रवाई की जाए लेकिन इन निर्देशों का भी पालन नहीं हो पा रहा है। इतना ही नहीं बीते गुरुवार को
शहर के ट्रैफिक सुधार के लिए संभागायुक्त दीपक सिंह और एडीजी डी श्रीनिवास वर्मा ने इंदरगंज में पजल पार्किंग, राजपायगा, कंपू में मल्टीलेवल पार्किंग में वाहनों की पार्किंग को फ्री करने के निर्देश भी दिए थे, लेकिन उसके बाद भी शहर में जाम की स्थिति बन रही है।
पजल पार्किंग को लेकर जिला प्रशासन के साथ पुलिस अधिकारी कई बार निरीक्षण कर चुके हैं, लेकिन उसके बाद भी चार पहिया वाहनों के साथ दो पहिया वाहन भी सडक़ पर खड़े रहते हैं। इसके चलते पूरे दिन जाम की स्थिति बनी रहती है। यातायात जाम की समस्या से राहत के लिए नगर निगम ने राजीव प्लाजा के पीछे तथा जिला न्यायालय पुराना हाईकोर्ट के पास चार-चार मंजिला पजल कार पार्किंग बनाई हैं। राजीव प्लाजा के पीछे पार्किंग में एक समय में चारों मंजिलों पर 42 कारें खड़ी हो सकती है। वहीं इंदरगंज पजल पार्किंग में लगभग 34 कारें खड़ी हो सकती हैं। इन दोनों पार्किंग पर चार करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। इसके बावजूद यहां आज तक कभी भी पार्किंग फुल नहीं हुई हैं। लोग पार्किंग में वाहन खड़ा करना ही नहीं चाहते हैं। यहां नगर निगम ने चार पहिया वाहन के लिए चार घंटे तक 30 रूपए, चार से 12 घंटे तक 120 रूपए का शुल्क तय किया है। इसके अलावा रात नौ से सुबह नौ बजे तक के मासिक शुल्क 900 रुपए निर्धारित किया गया है। इसके बावजूद यहां निगम और ट्रैफिक पुलिस के सामंजस्य की कमी के कारण वाहन सडक़ पर ही खड़े नजर आते हैं।