स्वदेशी झालरों से जगमगाएगी दीपावली

चीनी झालरों का बहिष्कार

Update: 2020-10-07 01:00 GMT

ग्वालियर, न.सं.। चीन द्वारा जिस तरह से भारत के साथ दुश्मनी पूर्ण व्यवहार किया जा रहा है जिससे नियंत्रण रेखा पर लगातार तनाव बना हुआ है। चीन की इस हरकत का जवाब देने भारत ने भी उसके उत्पाद का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। दीपावली पर अब तक चीनी झालरें और अन्य उत्पाद बड़े पैमाने पर भारत में बिकने के लिए आते थे, किन्तु इस बार इसमें काफी कमी आएगी। क्योंकि दुकानदारों ने भी चीनी उत्पाद की बजाए स्वदेशी उत्पाद बेचने का निर्णय लिया है। इससे उपभोक्ताओं को दो लाभ होंगे। पहला तो यह कि दुश्मन देश को उचित जवाब दिया जा सकेगा और दूसरा स्वदेशी उत्पाद की गुणवत्ता चीनी सामान से कहीं अधिक बेहतर होती है। यही कारण है कि बिजली दुकानों पर इस बार चीनी झालरों की जगह स्वदेशी झालर दिखाई दे रही हैं।

यहां बता दें कि दीपावली पर्व पर घर और संस्थान में रोशनी की जाती है। इसके लिए चीनी बिजली उत्पाद जैसे झालर, बल्व आदि लगाए जाते थे। किन्तु इसकी काट के लिए इस बार इन्दौर और अहमदाबाद से स्वदेशी झालर एवं बल्व आदि दुकानों पर आए हैं। इतना ही नहीं ग्वालियर के अजयपुर में भी इसी तरह के उत्पाद बनाए जा रहे हैं। इनकी खासीयत यह है कि यदि झालर खराब हो जाए तो उसे ठीक किया जा सकता है। जबकि चीनी झालर उपयोग करो और यदि खराब हो जाए ता फेंक दो की तरह है। वह देखने में जरूर सुंदर दिखती है किन्तु इसमें एक बार पैसा लगाकर वह वापस नहीं आता है। वहीं स्वदेशी झालर को खराब होने पर घर बैठे ही तार और नया बल्व लगाकर ठीक किया जा सकता है। जिससे वह वर्षों तक चल सकती है। जबकि चीनी झालर सिर्फ एक बार की रह जाती है। इसमें चीनी झालर अथवा अन्य उत्पाद की किसी तरह की गारंटी नहीं होती। जबकि स्वदेशी उत्पाद की एक या दो वर्ष की गांरटी दी जाती है।

स्वदेशी उपकरणों की बढ़ी मांग:-

देशवासियों में कोरोना संक्रमण और आए दिन गलत हरकतें करने के कारण चीन देश के प्रति आक्रोश है। सामाजिक संस्थाओं व आमजन ने चीनी वस्तुओं का बहिष्कार कर दिया है। बाजारों में स्वदेशी वस्तुओं की मांग भी जबरदस्त बढ़ गई है। शहर के व्यापारी भी अब स्वदेशी स्वदेशी उपकरणों को बेच रहे हैं। ऐसा होने से एक तो सकंटकाल की इस घड़ी में लोगों को रोजगार मिलना शुरू हो गया है वहीं एक बार फिर से स्वदेशी वस्तुओं की बहार लौट आई है। देश का पैसा विदेशों में न जाते हुए देश में ही देशवासियों के काम आ रहा है।

इनका कहना है:-

'अब तक चीनी झालर मार्केट में रहती थी किन्तु इस बार देशी उत्पाद के तहत स्वदेशी झालर बड़ी मात्रा में दुकानों पर आई हैं। यह इन्दौर और अहमदाबाद से आ रही हैं। वहीं अजयपुर में भी बन रही हैं। इनकी कीमत थोड़ी सी अधिक जरूर है लेकिन इन्हें खराब होने पर ठीक किया जा सकता है। '

स्वतंत्र गोयल, बिजली कारोबारी, दौलतगंज

'हमारी संस्था भी लोगों को स्वदेशी वस्तु अपनाने के लिए जागरूक कर रही है। लोगों को बताया जा रहा है कि स्वदेशी वस्तु अपनाने से हमारे देश की आर्थिक तरक्की होगी और हमारे देश की कला भी जीवित रहेगी।'

श्रीमती मीनाक्षी गोयल, संस्थापक अध्यक्ष, लायंस क्लब

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