अस्पतालों में पुरानी फाइलों लेकर नहीं काटने पड़ेंगे चक्कर, एक क्लिक पर मिलेगी पूरी जानकारी
चार हजार बने डिजिटल हेल्थ कार्ड
ग्वालियर, न.सं.। अगर कोई मरीज इलाज के लिए एक शहर से दूसरे शहर भी जाएगा तो उसे अपनी पुरानी मेडिकल फाइलें लेकर अस्पतालों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। क्योंकि डिजिटल मिशन के तहत बनाए जा रहे डिजिटल हेल्थ कार्ड में मरीज की पूरी जानकारी होगी और चिकित्सक क्लीक पर मरीज की पूरी जानकारी देख सकेंगे। जिले में अभी तक चार हजार से अधिक हेल्थ कार्ड भी बनाए जा चुके हैं।
दरअसल आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत डिजिटल हेल्थ कार्ड बनाए जा रहे हैं। इसी के चलते जिले में अभी तक चार हजार से अधिक हेल्थ कार्ड बनाए जा चुके हैं। इसमें चिकित्सक, स्वास्थ्यकर्मी के अलावा सामान्य लोग भी शामिल हैं। सीएमएचओ डॉ. मनीष शर्मा का कहना है कि जिले में हेल्थ कार्ड के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है। साथ ही शिविरों के माध्यम से भी लोगों के कार्ड बनाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कार्ड में व्यक्ति के स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी अपडेट होगी। साथ ही अस्पताल में पर्चा बनाने से लेकर जांच रिपोर्ट इत्यादि को लेकर हमेशा घूमने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सभी पर्चे डिजिटल रूप से एक सर्वर पर सुरक्षित रहेगी। डिजिटल हेल्थ कार्ड का एक बड़ा फायदा यह होगा कि एक क्लिक पर सभी बीमारियों और इलाज का इतिहास मिल जाएगा।
क्या है डिजिटल हेल्थ कार्ड -
जिस तरह से आधार कार्ड में व्यक्ति की पहचान से जुड़ी पूरी जानकारी जैसे पता , नाम, पिता का नाम आदि डिजटल रूप में उपलब्ध रहता है, उसी तरह डिजिटल हेल्थ कार्ड में भी आपके स्वास्थ्य से संबंधित पूरी जानकारी रहेगी। जिस तरीके से आप आधार कार्ड अपने पास रखते हैं, उसी तरीके से आप अपने डिजिटल हेल्थ कार्ड को भी साथ में रख सकेंगे।
खुद भी बना सकते हैं कार्ड
- एनडीएचएम.जीओव्ही.इन वेबसाइट पर जाकर क्रिएट हेल्थ आईडी विकल्प पर क्लिक करें।
- कार्ड बनाने के लिए आधार या मोबाइल नंबर में से किसी एक विकल्प को चुनें।
- आधार नंबर या फोन नंबर डालने पर एक ओटीपी मिलेगा।
- ओटीपी भरकर आपको इसे वेरिफाई करना होगा।
- अब आपके सामने एक फॉर्म खुलेगा जिसमें आपको अपने प्रोफाइल के लिए एक फोटो, जन्म तिथि और पता समेत कुछ और जानकारियां देनी होंगी।
- सभी जानकारियां देने के बाद आपका डिजिटल हेल्थ कार्ड बनकर तैयार हो जाएगा जिसे आप डाउनलोड कर सकेंगे। इस कार्ड में एक क्यूआर कोड भी होगा।
शिविरों के माध्यम से लोगों के हेल्थ कार्ड बनाए जा रहे हैं। साथ ही जल्द ही अस्पतालों में भी हेल्थ कार्ड बनवाने की सुविधा मरीजों को मुहैया कराई जाएगी। जिससे इसका लाभ अधिक से अधिक लोगों को मिल सके।
डॉ. मनीष शर्मा
सीएमएचओ