सात माह की गर्भवती को थमाई दो माह की वेटिंग, इंतजार के बाद बेहोश हुई महिला

Update: 2020-07-19 01:00 GMT

ग्वालियर, न.सं.। जिले में कोरोना के साथ ही अस्पताल की व्यवस्थाएं बिगड़ती जा रही हैं। अस्पताल में उपचार के लिए पहुंच रहे अन्य मरीजों को बिना जांच और उपचार के लौटना पड़ रहा है। जिसका एक मामला शनिवार को सामने आया, जब दो घंटे इंतजार करने के बाद भी महिला को दो माह की वेटिंग दे दी गई।

मुरार खेड़ागांव निवासी 27 वर्षीय महिला प्रवेश को सात माह का गर्भ है। जिसका उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। महिला को पन्द्रह दिन पूर्व चिकित्सक ने अल्ट्रासाउण्ड कराने के लिए कहा। इस पर महिला अपने पति गुड्डू के साथ पिछले पन्द्रह दिनों में तीन बार जिला अस्पताल के रेडियोलॉजी विभाग पहुंची। लेकिन उन्हें हर बार चिकित्सक के न होने की बात कह कर लौटा दिया गया। महिला शनिवार को भी अपने पति के साथ अल्ट्रासाउण्ड कराने पहुंची तो पहले तो उसे दो घंटे इंतजार कराया गया और फिर तीन सितम्बर की तारीख दे दी गई। इसी बीच महिला रेडियोलॉजी में चक्कर खाकर गिर पड़ी। पत्नी की हालत देख पति तत्काल जिला अस्पताल के जच्चा खाने पहुंचा तो वहां भी चिकित्सकों ने कमलाराजा अस्पताल ले जाने के लिए कह दिया। इतना ही नहीं चिकित्सकों ने महिला को रैफर तक नहीं किया और पति ऑटो से लेकर कमलाराजा अस्पताल पहुंचा। जहां महिला को भर्ती कर उपचार शुरू हो सका। 

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