ग्वालियर। देश की सर्वश्रेष्ठ लैब में से एक डीआरडीई ने अपनी तकनीक से N -99 मास्क तैयार किया है। इसका निर्माण कोलकाता एवं मुंबई की दो कंपनियों द्वारा किया जा रहा है। मास्क के निर्माण में उपयोग होने वाले विशेष कपड़े का निर्माण गुजरात की एक कंपनी कर रही है। कोरोना संकट बढ़ने के बाद से देश में N- 95 मास्क की डिमांड बढ़ गई है। देश में इसकी आवश्यकता को देखते हुए सरकार ने इसके निर्यात पर रोक लगा दी है।
देश में कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टर्स एवं अन्य मेडिकल स्टाफ के लिए इस मास्क की जरुरत पड़ रही है। विशेषज्ञों ने सलाह दी कि केवल संक्रमित व्यक्ति और उसके संपर्क वाला व्यक्ति के लिए N-95 मास्क आवश्यक है शेष व्यक्ति कोई भी अन्य मास्क या कपड़ा लगा सकता है। रक्षा मंत्रालय के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संस्थान की ग्वालियर स्थित लैब रक्षा अनुसंधान एवं विकास स्थापना ने देश हित में योगदान देते हुए इस मास्क को तैयार किया है। इस मास्क का परीक्षण पूरा होने के बाद इसके निर्माण का रास्ता साफ़ हो गया है।
जानकारी के अनुसार मुंबई की वीनस और कोलकाता की इंटेक सेफ्टी कंपनी में इस मास्क का निर्माण कर रही है। जबकि इसके लिए उपयोग में आने वाले कपड़े को गुजरात की अटीरा कंपनी में तैयार किया जा आ रहा है। विशषज्ञों के अनुसार लैब द्वारा तैयार किया गया यह N -99 मास्क पूरी तरह सुरक्षित है। यह संक्रमण को रोकने में कारगर सिद्ध होगा। माना जा रहा है कि जल्दी ही ये मास्क राज्य सरकारों को उपलब्ध होगा और कोरोना वारियर्स इसका उपयोग कर सकेंगे