डंपिंग साइट की बदली तस्वीर, जहां पहले डलता था कचरा, अब वहां लोग मनाते हैं पिकनिक

Update: 2021-10-27 17:15 GMT

ग्वालियर। जिले के बहोड़ापुर स्थित बरा की गहरी खदानों को भरने के लिए नगर निगम ग्वालियर द्वारा शहर से निकलने वाले कचरे को खदानों में डलवाया गया, जब खदानें पूरी भर गई और जमीन के लेवल पर आ गई तो निगम द्वारा पूरी भूमि को समतल कर उसे पार्क के रुप में विकसित करने का कार्य किया गया और आज वही स्थल जहां पूर्व में कचरा डलता था, इतना सुंदर और प्राकृतिक हो गया है कि वहां अब क्षेत्र के लोग घूमने और पिकनिक मनाने पंहुच रहे हैं।


नगर निगम आयुक्त किशोर कन्याल ने बुधवार को बताया कि बरा के पार्क को और अधिक सुंदर व रमणीक एवं औषधीय गुणों के पौधों से परिपूर्ण बनाने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। अभी तक नगर निगम ग्वालियर द्वारा किए गए नवाचार से बरा कचरा डंपिंग साइट पर अब हरे-भरे पार्क एवं पेड़ों से अच्छादित क्षेत्र नजर आने लगा है। यहां लगभग 700 से अधिक पेड़ लगाए गए हैं। नतीजा- कभी यहां कचरे में लगने वाली आग के धुएं से आसपास के गांवों व बस्तियों में रहने वालों को सांस लेने में तकलीफ होती थी, अब यहां लोग पिकनिक मनाने पहुंच रहे हैं।

उन्होंने बताया कि यहां लगे बरगद, नीम, पीपल और शीशम के पेड़ ऑक्सीजन दे रहे हैं। करीब छह बीघा में यहां आकार ले रहा शहरी वन में आयुर्वेदिक, फूल और फलदार पौधे लगाए गए हैं, जो बड़े हो रहे हैं। यह प्रोजेक्ट जनवरी में पूरा हो जाएगा। नगर निगम ने अब बरा में दूसरी डंपिंग साइट के 2.50 बीघा क्षेत्र पर पार्क तैयार करने का फैसला लिया है। निगम द्वारा इस प्रोजेक्ट पर 85 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। अभी इसकी टेंडर प्रक्रिया होना है। भविष्य में बहोड़ापुर से बरा-शंकरपुर निकलने वाला मार्ग फोरलेन होने जा रहा है। ये मार्ग सीधा शंकरपुर में बन रहे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम से जुड़ेगा। इसके बाद दोनों पार्क काफी उपयोगी होंगे।

गौरतलब है कि इंदौर में कचरा डंपिंग साइट को खत्म कर सुंदर पार्क विकसित किया गया था। उसी तर्ज पर ग्वालियर नगर निगम ने बरा की बंद हो चुकी डंपिंग साइट पर 6 बीघा एरिया पर पार्क बनाने का फैसला लिया था।

प्राणवायु प्रदान करने लगाए औषधीय पेड़ -पौधे 

नगर निगम ग्वालियर द्वारा बरा कचरा डंपिंग साइट पर ज्यादा ऑक्सीजन देने वाले पेड़ बरगद, पीपल, नीम, शीशम, औषधीय पौधे तुलसी, ग्वारपाटा, आंवला। फलदार पौधे अमरूद, जामुन, सहतूत, इमली के साथ ही अमलतास, कन्हेर, अंग्रेजी मेहंदी, बांस आदि लगाए गए हैं।

नागरिकों के लिए की गई सुविधाएं - 

बरा साइट पर पर्यटकों के लिए स्टील की बेंच, 4 हाईमास्ट, फव्वारा और पाथ-वे बनाया जा रहा है। यहां ऑफिस भी बनाया गया है। पानी की व्यवस्था के लिए दो बोरिंग और टैंक बनाया है। इस पार्क को 5 साल के लिए कंपनी को ठेके पर दिया गया है। कंपनी पार्क विकसित करने के साथ उसकी देखभाल भी करेगी। इस पूरे प्रोजेक्ट पर 1.54 करोड़ रुपए खर्च होंगे। यहां पर प्रवेश द्वार बुडन आकार का बनेगा। चारों तरफ चाहर दीवारी सुरक्षा के लिहाज से बना दी गई है।

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