शहर से गायब हुई ईकोग्रीन की गाडिय़ा, निगम को कोरोना का भी नहीं है डर
स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 खत्म होने के बाद चरमराई शहर की सफाई व्यवस्था
ग्वालियर,न.सं.। शहर में कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर अलर्ट घोषित किया जा चुका है। नगर निगम द्वारा भी शहर को सेनेटाइज करने का दावा किया जा रहा है, लेकिन हकीकत तो यह है कि शहर की सफाई व्यवस्था ठप पड़ी हुई है। बीते महीनों में स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 को लेकर दिन-रात सफाई की जा रही थी। अब शहर में कई स्थानों पर सफाई ही नहीं की जा रही है। लिहाजा शहर कचरे के ढेर में तब्दील होता जा रहा है। जबकि हर माह नगर निगम करोड़ों रुपए का बजट सिर्फ सफाई व्यवस्था पर ही खर्च करने का दावा करता है।
दरअसल स्वच्छता सर्वेक्षण के चार माह ही नगर निगम शहर की सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखता है। इस दौरान निगम अमले से लेकर लोगों पर भी सख्ती बरती जाती है। अब हालात ऐसे हैं कि निगम द्वारा स्वच्छता को लेकर निगरानी ही बंद कर दी गई है। बीते एक माह से स्वच्छता को लेकर एक भी बैठक नहीं की गई। वार्ड दरोगा से लेकर सहायक स्वास्थ्य अधिकारी (एएचओ) की जोन की प्रोग्रेस रिपोर्ट तक नहीं भेजी जा रही है। लिहाजा शहर की सफाई व्यवस्था ऐसे वक्त में ध्वस्त दिखाई दे रही है, जब कोरोना संक्रमण देश में तेजी से पांव पसार रहा है।
पार्षदों और क्षेत्रीय लोगों ने कहा, ईकेग्रीन सिर्फ नाम की
-वार्ड-1 के लोगों का कहना है कि 6 दिन से कचरा गाड़ी नहीं आई है। लक्ष्मीपुर में चार दिन हो गए हैं, कचरा घरों में रखा है। यहां पर पूर्व पार्षद जगत सिंह कौरव का कहना है कि डोर-टू-डोर कचरा व्यवस्था पटरी पर नहीं आ रही है।
-वार्ड-21 के लोगों का कहना है कि पिछले 10 दिनों से ईकोग्रीन की गाडिय़ा नहीं आ रही हैं। इसको लेकर क्षेत्रीय लोगों ने पूर्व पार्षद चतुर्भुज धनौलिया से भी शिकायत की। लेकिन उसके बाद भी गाडिय़ा वार्ड में नहीं पहुंच रही है।
-वार्ड-40 के पूर्व पार्षद धर्मेन्द्र कुशवाह ने कहा कि ईकोग्रीन की सारी व्यवस्था भंग हो चुकी है। गाडिय़ां दो दिन आने के बाद आठ दिन तक नहीं आती हैं। जिससे लोग कचरा डालने के लिए परेशान हो रहे हैं। नियमित घरों से कचरा नहीं लिया जा रहा है।
-वार्ड 30 के सिटी सेंटर, बलवंत नगर के लोगों का कहना है कि गाड़ी समय पर नहीं आ रही हैं। सप्ताह में गाड़ी एक या दो दिन उस समय आती है, जब कचरे के ढेर लग जाते हंै।
खत्म कर दिया जागरुकता अभियान
निगम ने सर्वेक्षण के मद्देनजर लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया था। इसके तहत लोगों को लगातार सफाई व्यवस्था बनाए रखने की अपील की जाती थी। इसका असर भी दिखाई दिया। बाजार, रहवासी क्षेत्र व अन्य सार्वजनिक स्थानों पर कचरा कम होने लगा था। लेकिन अब इस अभियान को बंद कर दिया गया है।
इनका कहना है-
अगर वार्डों में ईकोग्रीन की गाडिय़ा नहीं पहुंच रही हंै तो वार्डों में गाडिय़ों को समय पर पहुंचाया जाएगा। शहर में सफाई कर्मचारियों द्वारा की जा रही है। शहर के सभी सार्वजनिक स्थानों पर जगह-जगह छिड़काव किया जा रहा है।
-नरोत्तम भार्गव
अपर आयुक्त, नगर निगम