स्थानांतरण के बाद भी सहायक यंत्री को नहीं किया कार्यमुक्त, विस में उठा मुद्दा
मुख्य अभियंता पर लग रहे गंभीर आरोप
ग्वालियर, न.सं.। लोक निर्माण विभाग ग्वालियर के सहायक यंत्री व प्रभारी कार्यपालन डी.पी. साहू का स्थानांतरण होने के बाद उन्हें कार्यमुक्त नहीं किया गया और वह यहीं पर जमे हुए हैं। बताया जा रहा है कि वह मुख्य अभियंता के चहेते हैं और इसलिए वह कोई न कोई बहाना बनाकर उन्हें रोके हुए हैं। जबकि उनके खिलाफ लोकायुक्त व आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो में जांच चल रही है। अब यह मामला विधानसभा में भी उठा है। इसे लेकर प्रदेश के लोक निर्माण विभाग के उप सचिव ने श्री साहू को तत्काल कार्यमुक्त करने के निर्देश दिए हैं।
लोक निर्माण विभाग (विधुत/यांत्रिकी) संभाग ग्वालियर में पदस्थ प्रभारी कार्यपालन यंत्री डी.पी. साहू का स्थानांतरण ग्वालियर से भोपाल 13 मार्च 2020 को तत्कालीन कांग्रेस सरकार के समय किया गया था। किंतु उक्त कार्यपालन यंत्री को प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के दिन आर.एल. भारती, मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग ग्वालियर ने भारमुक्त नहीं किया। जबकि उनके खिलाफ लोकायुक्त व आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो में प्रकरण दर्ज है और विभागीय जांच भी चल रही है। बताया जा रहा है कि श्री साहू मुख्य अभियंता के खास हैं इसलिए वह उन्हें कार्यमुक्त नहीं कर रहे। उन्हें कार्यमुक्त न करने का मामला विधानसभा में भी उठा है। हाल ही में इस गंभीर मामले की मध्यप्रदेश विधानसभा में विधायक राजेश प्रजापति ने तारांकित प्रश्न क्रमांक 2800 के माध्यम से जानकारी चाही तब राज्य शासन के लोक निर्माण विभाग के उप सचिव अनिल कुमार खरे ने विधानसभा प्रश्न के तारतम्य में आदेश क्रमांक 21-4/2019/, स्थापना/19 दिनांक 29 जून 2020 में मुख्य अभियंता श्री भारती को तत्काल कार्यपालन यंत्री साहू को भारमुक्त किए जाने के निर्देश दिए हैं। इसके बावजूद भी मुख्य अभियंता श्री भारती के कानों पर कोई जू नहीं रेंग रही।
इनका कहना है
शासन ने डी.पी. साहू के स्थानांतरण के बाद लॉकडाउन हो गया, जिस वजह से उन्हें कार्यमुक्त नहीं किया गया। चूंकि हमारे यहां वरिष्ठ अधिकारियों की कमी है और आने वाले समय में विधानसभा के उप-चुनाव होने हैं। इसलिए इस संबंध में शासन से मार्गदर्शन मांगा गया है।
-आर.एल. भारती
मुख्य अभियंता, लोक निर्माण विभाग, उत्तर परिक्षेत्र ग्वालियर संभाग