चालकों को दिशा बताने वाली एंट्रियां राजनीति का भार ढो रही

हर साल विज्ञापन एजेंसियों को होता है 20 से 30 लाख का नुकसान

Update: 2023-01-30 00:30 GMT

ग्वालियर,न.सं.। समाज को सेवा, त्याग और ईमानदारी का भाषण देने वाले नेता अपना कद बढ़ाने और राजनीति चमकाने के लिए दबंगी से फ्री का प्रचार कर रहे हैं। मामला भाजपा नेताओं का हो या कांग्रेसियों के कार्यक्रम का सभी लोग बिना नगर निगम से अनुमति लिए और बिना विज्ञापन एजेंसियों को किराया चुकाए होर्डिंग, यूनिक पोल और शहर की गेंट्रियों पर अपने फोटो वाले पोस्टर लगा देते हैं।

जब विज्ञापन एजेंसी वाले इनसे पैसा मांगते हैं या उतारने की कोशिश करते हैं तो उन्हें धमकी देना, मारपीट कर चुप करा दिया जाता है। ऐसे हालात में शहर को कैसे सुंदर बनाकर स्मार्ट किया जा सकता है यह बड़ा सवाल है। बहरहाल हाल ही में कई नेताओं के जन्मदिन के पोस्टर होर्डिंग पूरे शहर में लगा दिए गए हैं। हर समर्थक का अपना अलग पोस्टर जिससे शहर की सुंदरता पर भी विपरीत असर पड़ रहा है। लोगों की शिकायत पर स्वदेश ने मामले की पड़ताल की तो पता चला कि नेता फ्री में ही लाखों रुपए का विज्ञापन कर अपने चेहरे चमकाने में लगे हुए हैं।

हर साल लाखों का नुकसान

शहर में करीब 35 स्थानों पर गेंट्री लगी हुई हैं। एक गेंट्री पर प्रचार के औसत साइज का प्रतिदिन 400 रुपए किराया होता है। इस प्रकार 35 गेंट्री पर प्रतिदिन 14000 रुपए होते हैं। तीन दिन में यह राशि 42 हजार पहुंच जाती है। यूनिक पोल और अन्य स्थलों पर पोस्टर होर्डिंग लगाने के लिए कलेक्टर गाइड लाइन से प्रतिवर्ग मीटर पर प्रतिवर्ष 4 प्रतिशत टैक्स निगम को एड एजेंसी चुकाता है। सालभर में करीब 70 से 80 दिन फ्री में ही विज्ञापन लगाने से विज्ञापन एजेंसी संचालकों को लाखों का नुकसान उठाना पड़ता है।

दिशा सूचक संकेत छुप गए

संकेतक न दिखाई देने से ये लोग गलत रास्ते पर चले जाते हैं और परेशान होकर पूछ-पूछ कर सही रास्तों पर जाते हैं। स्टेशन बजरिया में पोस्ट ऑफिस व पुलिस चौकी के सामने, बस स्टैंड तिराहा, रेसकोर्स रोड पर 38 नंबर बंगले के सामने, मोटल तानसेन तिराहा, आकाशवाणी तिराहा, राजमाता चौराहा, एजी ऑफिस पुल, माधव नगर गेट आदि के पास लगी गेंट्रीज पर नेताओं व संस्थाओं के बैनर लगे हुए हैं। इनसे दिशा सूचक संकेत छुप गए हैं।

पिछले साल 1.10 करोड़, अभी तक तीन करोड़ आए

पिछले साल निगम की विज्ञापन शाखा द्वारा पिछले साल तक सख्त कार्रवाई नहीं करने पर वसूली 1.10 करोड़ पर ही ठहर गई थी। इस साल अभी तक तीन करोड़ की राशि जुर्माने से आ चुकी है। अभी मार्च 2023 तक का वक्त बचा है। निगम का दावा है कि यह राशि 8 करोड़ तक जा सकती है।

इनका कहना है

कोई भी नेता हो वह फ्री में प्रचार के लिए हमारे गेंट्री पर अपने पोस्टर-बैनर लगा देते हैं। मैंने दस साल के लिए होर्डिंग का ठेका लिया है। मुझे नगर निगम को 11 करोड़ रूपए देने होंगे। तीन वर्ष बाद राशि 10 प्रतिशत बढ़ेगी। ऐसे में हमारा तो नुकसान होता ही है।

आनंद शर्मा

सांवरिया एडवटाइजर्स

विरोध करो तो बंदूक लेकर आ जाते है। हमारो विरोध करने से कुछ नहीं होता है। हमारे होर्डिंग पर अगर कोई बिना अनुमति के बैनर लगाते है तो हमें रोज का दो हजार रूपए का नुकसान होता है।

मनोज जैन

कल्प एडवटाइजर्स

सभी दलों के लोगों को एक साथ बैठना चाहिए और शहर की सुंदरता के बारे में सोचना चाहिए। सर्व सम्मति से निर्णय लेना होगा इसके लिए हम भी योगदान दने को तैयार है।

डॉ देवेन्द्र शर्मा

जिलाध्यक्ष

कांग्रेस

अभी तक ऐसी को बात सामने नहीं आई है। फिर भी शहर की सुंदरता के लिए सभी लोगों से हम चर्चा करेंगे।

अभय चौधरी

भाजपा जिलाध्यक्ष

पूरे शहर में सभी दलों के साथ बैठकर आम सहमति बनाई जाएगी ताकि कोई भी पार्टी, संस्था आदि सार्वजनिक स्थलों पर ऐसे विज्ञापन बिना अनुमति के न करे जिससे शहर की सुंदरता प्रभावित होती हो।

किशोर कान्याल

निगमायुक्त

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