मुरार जिला अस्पताल के भवन में सिफ्ट होगा नेत्र रोग विभाग
जच्चा खाने की सुधरेंगी व्यवस्थाएं, सिविल सर्जन ने लिखा पत्र
ग्वालियर। मुरार जिला अस्पताल का विस्तार 200 पलंग से 300 पलंग तक कर दिया गया है। साथ ही अस्पताल के भवन का निर्माण कार्य भी लगभग पूरा हो चुका है। इसी के चलते अब जल्द ही नेत्र रोग विभाग को भी अस्पताल में भवन में सिफ्ट किया जाएगा, जिसके लिए सिविल सर्जन द्वारा पत्र भी लिखा जा चुका है।
दरअसल जिला अस्पताल के भवन में जगह कम होने के कारण नेत्र रोग विभाग को जच्चा खाने के परिसर में ही संचालित किया जा रहा है। लेकिन नए अस्पताल के प्रथम तल पर नेत्र रोग विभाग तैयार किया जा चुका है। साथ ही नेत्र रोग विभाग का नया ऑपरेशन थिएटर भी तैयार हो चुका है। ऐसे में अब अस्पताल प्रबंधन द्वारा नेत्र रोग विभाग को नए भवन में सिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है। वहीं नेत्र रोग विभाग के सिफ्ट होने से प्रसूति गृह में पहुंचने वाली महिलाओं को भी काफी लाभ मिलेगा। क्योंकि वर्तमान में प्रसूति गृह में जगह कम होने के कारण महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं प्रसूति गृह में व्यवस्थित रूप से ओपीडी तक नहीं है। जिस कारण गर्भवती महिलाओं को चिकित्सक से परामर्श लेने के लिए घंटों परेशान होना पड़ता है। साथ ही बैठने तक की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। ऐसे में प्रसूति गृह की ओपीडी को नेत्र रोग विभाग के भवन में सिफ्ट कर दिया जाएगा, जिससे महिलाओं को चिकित्सकों को दिखाने के लिए परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। साथ ही ओपीडी भी व्यवस्थित रूप से संचालित की जा सकेगी।
नेत्र रोगी भी होते हैं परेशान
मुरार जिला अस्पताल के जच्चा खाने परिसर में नेत्र रोग विभाग संचालित होने से नेत्र रोगियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। क्योंकि नेत्र रोगियों को जांच कराने के लिए जिला अस्पताल में ही जाना पड़ता है। ऐसे में अगर जिला अस्पताल के भवन में ही नेत्र रोग विभाग सिफ्ट हो जाता है तो नेत्र रोगियों को भी काफी लाभ मिलेगा।
ब्लड़ बैंक भी होगा खाली
जच्चा खाने में संचालित ब्लड़ बैंक को भी जिला अस्पताल में ही सिफ्ट किया जाएगा। ब्लड़ बैंक के सिफ्ट होने के बाद जच्चा खाने के ऑपरेशन थिएटर का भी विस्तार किया जा सकेगा। जिससे महिलाओं को बेहतर ऑपरेशन की सुविधा भी मिल सकेगा।
नेत्र रोग विभाग को जिला अस्पताल में सिफ्ट करने के लिए चिकित्सक को पत्र लिखा जा चुका है। साथ ही जिलाधीश को भी अवगत करा दिया गया है, जल्द ही विभाग को सिफ्ट करने की कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. आर.के. शर्मा
सिविल सर्जन, जिला चिकित्सालय